scriptनहरी पानी को लेकर ‘राजनीति ‘, पानी छोडऩे का मामला शुरुआती दौर में ही विवादों में आ गया | Politics On Canal Water, Udaipur | Patrika News

नहरी पानी को लेकर ‘राजनीति ‘, पानी छोडऩे का मामला शुरुआती दौर में ही विवादों में आ गया

locationउदयपुरPublished: Nov 14, 2018 02:18:01 pm

Submitted by:

Sushil Kumar Singh

www.patrika.com/rajasthan-news

canal

नहरी पानी को लेकर ‘राजनीति ‘, पानी छोडऩे का मामला शुरुआती दौर में ही विवादों में आ गया

उदयपुर/झाड़ोल. उपखण्ड क्षेत्र के कंथारिया बांध से रबी की फसल के लिए नहर में पानी छोडऩे का मामला शुरुआती दौर में ही विवादों में आ गया है। कहे तो बांध के पानी को लेकर स्थानीय स्तर पर ‘राजनीति’ शुरू हो गई है। जल उपभोक्ता संगम के पदाधिकारियों के साथ हुई प्रशासनिक अमले बैठक में 10 नवम्बर से नहरी तंत्र में बांध का पानी छोड़ा जाना तय हुआ था, जबकि किसानों का ही दूसरा पक्ष बांध में पानी अपर्याप्त बताते हुए वर्ष पर्यंत पशुओं के लिए आवश्यक पानी बनाए रखने की मांग को लेकर बांध का पानी नहीं छोडऩे की वकालत कर रहा है। 29 अक्टूबर को जल उपभोक्ता संगम पदाधिकारियों की बैठक के बाद 5 नवम्बर को किसानों का एक वर्ग बांध से पानी छोड़े जाने की खिलाफत में है। विरोध कर रहे खेमे के किसानों ने उपखण्ड अधिकारी को ज्ञापन देकर अपर्याप्त बरसात के बीच खाली रह गए बांध के जल स्तर को लेकर चिंता जताई। उन्होंने बताया कि रबी की फसल के लिए बांध में पानी अपर्याप्त है। ऐसे में फसल को आवश्यक पानी की पूरी सप्लाई नहीं हो सकेगी। समस्या बताते हुए किसानों ने बताया कि सिंचाई के लिए पानी छोड़े जाने के बाद बांध में वर्ष पर्यंत पशुओं के लिए पानी नहीं बचेगा। इधर, मंगलवार को क्षेत्रीय किसानों ने जलसंगम समिति अध्यक्ष मोहब्बतसिंह के नेतृत्व में उपखण्ड अधिकारी को ज्ञापन सौंपते हुए रबी फसल के लिए नहरी तंत्र में पानी छोड़े जाने की तरफदारी की। मामला उलझता देख उपखण्ड अधिकारी ने इसकी जांच स्थानीय तहसीलदार को सौंपी। अब जांच रिपोर्ट के बाद ही प्रशासनिक अमला आवश्यक कदम उठाएगा।
READ MORE : video : रात को अपार्टमेंट में चौकीदारी कर रहे चौकीदार का बदमाशों ने क‍िया मर्डर, सुबह लोगों ने देखा तो फैली सनसनी

बन चुकी है सहमति
प्रशासनिक अमले के साथ हुई बैठक में रबी फसल के लिए बांध का पानी छोड़े जाने पर सहमति बन चुकी है। क्षेत्र के किसानों ने रबी को लेकर तैयारी भी कर ली है। नहरों के समीप साफ-सफाई कर किसान पानी का इंतजार कर रहे हैं। कुछ शरारती तत्व गलत शिकायत कर प्रशासन को गुमराह कर रहे हैं। ये किसानों के साथ अन्याय है।
मोहब्बतसिंह राणावत, अध्यक्ष, जल उपभोक्ता संगम
जांच रिपोर्ट पर निर्णय
कंथारिया बांध के पानी को छोडऩे के लिए किसानों ने ज्ञापन दिया है। इस मामले की जांच तहसीलदार को सौंपी गई है। इसके बाद ही वस्तुस्थिति तय हो सकेगी।
जितेन्द्र पाण्डेय, उपखण्ड अधिकारी, झाड़ोल
loksabha entry point

ट्रेंडिंग वीडियो