उदयपुर

उदयपुर में यूं सामने आया स्वयं सहायता समूहों का गड़बड़झाला, 6 आंगनबाड़ी केंद्रों तक नहीं पहुंची सप्लाई

उदयपुर . स्वयं सहायता समूहों के माध्यम से आंगनबाड़ी को होने वाली पोषाहार की सप्लाई में गड़बड़झाला सामने आया है।

उदयपुरMar 13, 2018 / 11:49 am

madhulika singh

डॉ सुशील सिंह चौहान /उदयपुर . स्वयं सहायता समूहों के माध्यम से आंगनबाड़ी को होने वाली पोषाहार की सप्लाई में गड़बड़झाला सामने आया है। सोमवार को आंगनबाड़ी के सेक्टर 1 और सेक्टर 3 के कई केन्द्रों पर सप्लाई नहीं पहुंचने से कई सवाल उठ खड़े हुए हैं। दूसरी ओर, कुछ सप्लाई पैकेटों में मिली पिछली तिथि वाली पर्चियां भी व्यवस्था की खामियों को उजागर कर रही है।
 


पोषाहार वितरण को लेकर लगातार शिकायतों पर राजस्थान पत्रिका ने पड़ताल में यह स्थिति सामने आई। इस दौरान सवीना खेड़ा स्थित प्राथमिक विद्यालय परिसर में संचालित आंगनबाड़ी तय समय से पहले दोपहर एक बजे बंद थी। श्रीराम स्वयं सहायता समूह की ओर से सोमवार को इसमें सप्लाई भी नहीं हुई। इसी तरह वर्मा कॉलोनी स्थित जावर माता समूह ने 5 आंगनबाड़ी केंद्रों को सप्लाई नहीं भेजी। गौरतलब है आंगनबाड़ी में मांग पत्र के हिसाब से प्रति बच्चा 750 ग्राम और महिला धात्री के नाम पर 930 ग्राम पोषाहार सप्लाई का प्रावधान है।
 

सुपरवाइजर भी अनभिज्ञ
पत्रिका टीम के साथ महिला पर्यवेक्षक शारदा बंशीवाल ने जावर माता स्वयं सहायता समूह के सप्लाई केंद्र का निरीक्षण किया। सामने आया कि पांच आंगनबाड़ी का पोषाहार बोरियों में पैक है, लेकिन तय तिथि पर रवानगी नहीं हुई। इससे पहले सेक्टर-9 स्थित आंगनबाड़ी केंद्र पर पोषहार नहीं पहुंचने की जानकारी कार्यकर्ता मधु चौधरी ने दी। टेकरी स्थित आंगनबाड़ी केंद्र की कार्यकर्ता आशा गुर्जर एवं खेड़ा आंगनबाड़ी केंद्र की कार्यकर्ता काजल आसनानी के पास मांग पत्र के हिसाब से सप्लाई पूरी मिली। खेड़ा आंगनबाड़ी केंद्र आदर्श के तौर पर सामने आया।
 

सप्लाई केंद्र पर ताला

श्रीराम स्वयं सहायता समूह के सवीना स्थित सप्लाई केंद्र पर दोपहर को ताला लटका मिला। किराए के मकान में संचालित केंद्र के बाहर टेबल पर पोषाहार फैला मिला, लेकिन सप्लाई करने वाला ऑटो चालक चाबी के लिए भटकता रहा। समूह के संचालन में सक्रिय आंगनबाड़ी कार्यकर्ता चाबी एवं खामी को लेकर अनभिज्ञ बनी रही। बाहर टेबल पर रखे पोषाहार पैक में पुरानी तिथियों वाली पर्चियां मिली। कुछ पर्चियों पर ओवर राइटिंग कर तारीखें बदली हुई थी।
 

शिकायत यह है कि आंगनबाड़ी केंद्रों पर पोषाहार सप्लाई के बाद बचा पोषाहार शाम तक सप्लाई केंद्र पर लौट आता है। पोषाहार पैक से पुरानी तिथि की पर्ची निकालकर नई तिथि की पर्ची डालकर दोबारा सप्लाई कर दी जाती है, जबकि केन्द्र पोषाहार के लौटाए गए पैक की खपत दर्शा देते हैं।
 

बंद मिली आंगनबाड़ी
सवीना खेड़ा स्थित प्राथमिक विद्यालय परिसर में संचालित आंगनबाड़ी केंद्र बंद मिलने पर दूरभाष पर किए गए संपर्क के बाद कार्यकर्ता केंद्र पर पहुंची। केंद्र पर नाममात्र का भी पोषाहार मौजूद नहीं था। पड़ताल में सामने आया कि पिछली चार बार से आई सप्लाई का चालान मांग पत्र बुक में नहीं है। कार्यकर्ता हेमंत गुर्जर ने जवाब दिया कि चालान उसके पास घर पर है।

मांगा है जवाब
अनुपस्थित आंगनबाड़ी कार्यकर्ता एवं केन्द्रों को नहीं हुई सप्लाई के बारे में स्पष्टीकरण मांगा जाएगा। निरीक्षण में मिली खामियों को गंभीरता से लिया जाएगा। दशा माता त्योहार के चलते कार्यकर्ताओं के स्तर पर कुछ ढिलाई बरती गई है।
शारदा बंशीवाल, पर्यवेक्षक, समेकित बाल विकास सेवाएं
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