गोगुन्दा की फुलकी बाई को उसका पति रूपलाल दोपहर दो बजे हॉस्पिटल लेकर आया, जहां उसे वार्ड 12 में भर्ती करवाया गया। डॉक्टर ने उसे शाम का समय दे रखा था। भर्ती होने के कुछ देर बाद वह वार्ड से भाग निकली। इस दौरान वार्ड में मौजूद नर्सिंगकर्मियों में से किसी ने न तो उसे रोकने का प्रयास किया और ना ही समझाइश की। गर्भवती दूसरे माले के वार्ड को छोड़ नीचे आ गई और हॉस्पिटल के बाहर सडक़ तक पहुंच गई। इसकी भनक एक महिला सुरक्षाकर्मी को लग गई, वह तुरन्त एक अन्य सुरक्षाकर्मी के साथ दौडकऱ हॉस्पिटल के बाहर पहुंची और उसे रोका। तब तक उसके कुछ परिजन भी वहां पहुंच गए। काफी देर तक मशक्कत के बाद उसे पुन: वार्ड में ले गए। तिमारदार तकुबाई ने बताया कि वह डर रही थी, इसलिए भाग आई थी।
शाम को हुआ प्रसव करीब चार बजे वह भागने के लिए बाहर आई थी जबकि ठीक पौन घंटे बाद करीब पौने छह बजे उसका प्रसव हो गया, हालांकि स्टाफ ने ये बताने से इंकार कर दिया कि बेटा पैदा हुआ है या बेटी।
पता नहीं उसे क्या डर लगा कि वह वार्ड से निकल कर भागने लगी। मैं इसे दोपहर में ही यहां लेकर आया हूं।
रूपलाल, पति READ MORE : सीताफल ने बदली आदिवासी महिलाओं की तकदीर…उदयपुर की इस देन को पीएम मोदी ने भी सराहा निरीक्षण के दौरान समय से पूर्व ओपीडी बंद गोगुन्दा . राष्ट्रीय राजमार्ग 27 पर चोरबावड़ी ग्राम पंचायत क्षेत्र के बांसड़ा गांव के समीप संचालित कला आश्रम आयुर्वेद मेडिकल कॉलेज का शुक्रवार को डॉ. सर्वपल्ली राधाकृष्णन राजस्थान आयुर्वेद विश्वविद्यालय जोधपुर की टीम ने निरीक्षण किया। क्षेत्र के जनप्रतिनिधियों ने निरीक्षण के दौरान धांधलियां बरतने का आरोप लगाया है। चोरबावड़ी सरपंच नाहरसिंह देवड़ा ने बताया कि सुरक्षा गार्ड ने ग्रामीणों को आधे घंटे तक मुख्य द्वार के बाहर खड़ा रखा और कला आश्रम में भर्ती ग्रामीणों से नहीं मिलने दिया। उन्होंने आरोप लगाया कि शुक्रवार सुबह कला आश्रम के लोग चोरबावड़ी ग्राम पंचायत क्षेत्र के गांवों में गए थे और लोगों को 100-100 रुपए का लालच देकर ले गए। मरीजों की कुशलक्षेम पूछने के लिए पहुंचे स्वयं देवड़ा, उपप्रधान पप्पू राणा भील, उपसरपंच भारत सिंह को भी अंदर नहीं जाने दिया। टीम के सदस्य कमलेश कुमार शर्मा से फोन पर बात की तो उन्होंने निरीक्षण के संबंध में जानकारी देने से इनकार कर दिया।
ऐसी कोई बात नहीं है। नीट से प्रवेश की नई शुरुआत को लेकर जानकारी देने व नई प्रक्रिया कैसे अपनानी है, इसकी सूचना के लिए टीम आई थी। किसी फर्जी मरीज को नहीं लाया गया था। हम सभी कार्य नियमों से कर रहे हैं।
डॉ. सरोज शर्मा, संरक्षक, कला आश्रम आयुर्वेद कॉलेज