शत-प्रतिशत परिणाम रखने के लिए कमजोर बच्चों को पकड़ा देते थे टीसी
जानकारी के अनुसार, गोराणा स्कूल के प्रधानाचार्य गौतम गुप्ता द्वारा जबरन लगातार कई वर्षों से अपने विद्यालय का परिणाम शत-प्रतिशत रखने के लिए पढ़ाई में कमजोर बच्चों को टी.सी पकड़ा के रवाना कर देते थे और माता-पिता आते तो उनको भी डराते-धमकाते थे। वहीं टी.सी देने का कारण अन्यत्र अध्ययन दिखाया जाता और रिकॉर्ड में भी यही झूठ अंकित किया जाता। इस प्रकार सरकार की आदिवासी बहुल क्षेत्र में शिक्षा को बढ़ावा देने की मंशा के विपरीत बच्चों को शिक्षा से वंचित किया जा रहा है। शहर के सोशल एक्टिविस्ट गौरव नागदा ने अभिभावकों के साथ इस मामले में शिक्षामंत्री, जिला कलक्टर, संयुक्त निदेशक को ज्ञापन देकर इस संबंध में कार्रवाई करने कर बच्चों के भविष्य के साथ खिलवाड़ ना करने और इस प्रकरण की प्रशासनिक अधिकारी के अधीन टीम गठित कर उच्च स्तरीय जांच करवाने की भी मांग की है। अगर 3 दिन में कानूनी कार्रवाई नहीं हुई तो 71 बच्चे व उनके अभिभावक जिला कलक्ट्रेट पर धरना देंगे।
जानकारी के अनुसार, गोराणा स्कूल के प्रधानाचार्य गौतम गुप्ता द्वारा जबरन लगातार कई वर्षों से अपने विद्यालय का परिणाम शत-प्रतिशत रखने के लिए पढ़ाई में कमजोर बच्चों को टी.सी पकड़ा के रवाना कर देते थे और माता-पिता आते तो उनको भी डराते-धमकाते थे। वहीं टी.सी देने का कारण अन्यत्र अध्ययन दिखाया जाता और रिकॉर्ड में भी यही झूठ अंकित किया जाता। इस प्रकार सरकार की आदिवासी बहुल क्षेत्र में शिक्षा को बढ़ावा देने की मंशा के विपरीत बच्चों को शिक्षा से वंचित किया जा रहा है। शहर के सोशल एक्टिविस्ट गौरव नागदा ने अभिभावकों के साथ इस मामले में शिक्षामंत्री, जिला कलक्टर, संयुक्त निदेशक को ज्ञापन देकर इस संबंध में कार्रवाई करने कर बच्चों के भविष्य के साथ खिलवाड़ ना करने और इस प्रकरण की प्रशासनिक अधिकारी के अधीन टीम गठित कर उच्च स्तरीय जांच करवाने की भी मांग की है। अगर 3 दिन में कानूनी कार्रवाई नहीं हुई तो 71 बच्चे व उनके अभिभावक जिला कलक्ट्रेट पर धरना देंगे।
सत्र 2020 -21 कक्षा – बालक – बालिका – योग
10 वीं – 9 – 13 – 22 9 वीं – 22 – 10 – 32 कुल योग – 31 – 23 – 54
सत्र 2019 -20 कक्षा – बालक – बालिका – योग
10 वीं – 2 – 7 – 9 9 वीं – 4 – 4 – 8
कुल योग – 6 – 11 – 17
इनका कहना है. गोराणा स्कूल के प्राचार्य के खिलाफ मामला सामने आया है। इस संबंध में अभिभावक आकर मिले और उस आधार पर जांच अधिकारी लगा दिए हैं। वे जांच कर रिपोर्ट सौंपेंगे और इसे निदेशालय भेजा जाएगा। अगर प्राचार्य दोषी पाए जाते हैं तो उनके खिलाफ कार्रवाई की जाएगी।
धर्मेंद जोशी, संयुक्त निदेशक, स्कूल शिक्षा, उदयपुर संभाग