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VIDEO: उदयपुर में चल रहे क्रमिक अनशन के दूसरे दिन महिला अधिवक्ताओं ने किया अनशन, वसुंधरा सरकार से की हाई कोर्ट बेंच की स्थापना की मांग

locationउदयपुरPublished: Apr 17, 2018 03:30:48 pm

Submitted by:

madhulika singh

उदयपुर में हाईकोर्ट बेंच की मांग को लेकर अधिवक्ताओं की ओर से किया जा रहा क्रमिक अनशन दूसरे दिन भी जारी रहा।

protest and demand for high court branch in udaipur
उदयपुर में हाईकोर्ट बेंच की मांग को लेकर अधिवक्ताओं की ओर से किया जा रहा क्रमिक अनशन दूसरे दिन भी जारी रहा। क्रमिक अनशन के दूसरे दिन महिला अधिवक्ताओं ने भाग लेते हुए राज्य सरकार से उदयपुर में हाईकोर्ट बेंच की स्थापना की मांग की। इस दौरान उदयपुर ग्रामीण की कांग्रेस की पूर्व विधायक सज्जन कटारा सहित आम आदमी पार्टी के नेताओं ने भी अपना समर्थन दिया और अधिवक्ताओं की मांग को जायज ठहराते हुए वसुंधरा सरकार से हाई कोर्ट बेंच की स्थापना की मांग की।
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आपको बता दें कि क्रमिक अनशन के पहले दिन तो सभी अधिवक्ताओं ने न्यायिक कार्यों का बहिष्कार किया था लेकिन अब अधिवक्ताओं के क्रमिक अनशन के साथ-साथ न्यायिक कार्य सुचारु रुप से जारी रखा हुआ है। हाई कोर्ट बेंच संघर्ष समिति की ओर से किए गए निर्णय के बाद क्रमिक अनशन शुरु हुआ है और अग्रिम बैठक के बाद निर्णय किया जाएगा कि यह क्रमिक अनशन कब तक जारी रहेगा लेकिन यह जरूर है कि किसी भी राजनीतिक पार्टी के नेता हो किसी ने भी ठोस पैरवी नहीं की जिसके चलते किसी भी राज्य सरकार ने केंद्र सरकार को अभी तक उदयपुर में हाईकोर्ट बेंच के लिए अनुशंसा नहीं की जिसके चलते अधिवक्ताओं के आंदोलन से कोई निर्णय नहीं हो पाया।
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कृष्णा तंवर /उदयपुर . मजदूर पेशा आदिवासी बीमित परिवारों के इनकम टैक्स के बाद अब बिक्री कर विभाग में भारी भरकम टैक्स भरने के खुलासे हुए हैं। विभिन्न बैंक व बीमा कंपनियों से पुलिस को मिले रिकॉर्ड में गैंग के सदस्यों ने कई बीमित आदिवासियों को बड़ी-बड़ी फर्माें के मालिक तक बना दिए। इतना ही नहीं ब्रिकी कर विभाग में फर्माें का रजिस्टे्रशन करवाकर वहां से टिन नम्बर तक ले लिए। गुमराह करने के लिए बकायदा उनके शोक संदेश छपवाकर फर्मों के नाम लिखकर तीन से चार मोबाइल नम्बर तक डाले। पुलिस का मानना है कि यह सब गड़बड़ी बड़ी राशि के बीमा उठाने में प्रीमियम भरने के लिए आय स्रोत दिखाने के लिए की गई। पुलिस तस्दीक के लिए बीमित परिवार तक पहुंची तो फर्म का नाम सुनकर वे भी चौंक गए, कुछ परिवारों के इस संबंध में बयान भी लिए गए।

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