READ MORE : Ganesh Chaturthi 2018 : घर-घर मंगल मूर्ति की स्तुति, गूंजा गणपति बप्पा मोरया सरकार द्वारा पद समाप्त करने को लेकर पिछले एक माह से निरन्तर हो रहे आन्दोलन को दबाने के लिये शिक्षा विभाग के विभिन्न कार्यालयों का निरीक्षण के पश्चात् उपस्थिति पंजिका को पुन: आज तक कार्यालयो को उपलब्ध नही कराने से कर्मचारी हस्ताक्षर करने से वंचिक रह गये। इससे आक्रोशित कर्मचारी राजस्थान राज्य कर्मचारी महासंघ (भामस) के प्रदेश उपाध्यक्ष कमल प्रकाश बाबेल के नेतृत्व में वाहन रैली के रूप में कर्मचारी तिराहे से जिला कलेक्ट्रेट कार्यालय पहुंचे जहां पर उन्होंने जोरदार नारेबाजी करते हुए विरोध प्रदर्शन किया और अतिरिक्त जिला कलेक्टर चॉदमल वर्मा को ज्ञापन सौंपा।
शिक्षा विभागीय कर्मचारी समन्वय समिति के महामंत्री कमल प्रकाश बाबेल ने बताया कि कर्मचारियों ने अतिरिक्त जिला कलेक्टर को कहा कि शिक्षा विभाग में पदो को तोड़ने के लेकर 1 माह से आन्दोलन चल रहा है, उसे राज्य सरकार द्वारा कार्यालयों का आकस्मिक निरीक्षण करवा कर कुचलने का प्रयास किया जा रहा है, निरीक्षण के पश्चात् टीम द्वारा विभिन्न कार्यालय से कर्मचारियो की उपस्थिति पंजिका उठाई कर ले गये लेकिन दूसरे दिन तक पुन: कार्यालयों को नहीं सौंपी गई जिससे कर्मचारी आज दिनांक के हस्ताक्षर से वंचित रह गये हैं। इस दौरान कर्मचारियों के साथ घटना दुर्घटना हो जाती है तो उसकी जिम्मेदारी किसकी होगी। ऐसा कराना कर्मचारियों को प्रताडित करने की श्रेणी मेे आता है। प्रदर्शन के पश्चात् कर्मचारी ने अतिरिक्त जिला कलेक्टर को समाप्त किये गये पदो को पुन: आवंटन को लेकर भी मुख्यमंत्री के नाम ज्ञापन दिया।
तत्पश्चात् कर्मचारी पुन: रैली के रूप मे शिक्षा उपनिदेशक कार्यालय पहुंचकर पदों को समाप्त करने के विरोध मे प्रदर्शन किया।
शिक्षा विभागीय कर्मचारी समन्वय समिति के महामंत्री कमल प्रकाश बाबेल ने बताया कि कर्मचारियों ने अतिरिक्त जिला कलेक्टर को कहा कि शिक्षा विभाग में पदो को तोड़ने के लेकर 1 माह से आन्दोलन चल रहा है, उसे राज्य सरकार द्वारा कार्यालयों का आकस्मिक निरीक्षण करवा कर कुचलने का प्रयास किया जा रहा है, निरीक्षण के पश्चात् टीम द्वारा विभिन्न कार्यालय से कर्मचारियो की उपस्थिति पंजिका उठाई कर ले गये लेकिन दूसरे दिन तक पुन: कार्यालयों को नहीं सौंपी गई जिससे कर्मचारी आज दिनांक के हस्ताक्षर से वंचित रह गये हैं। इस दौरान कर्मचारियों के साथ घटना दुर्घटना हो जाती है तो उसकी जिम्मेदारी किसकी होगी। ऐसा कराना कर्मचारियों को प्रताडित करने की श्रेणी मेे आता है। प्रदर्शन के पश्चात् कर्मचारी ने अतिरिक्त जिला कलेक्टर को समाप्त किये गये पदो को पुन: आवंटन को लेकर भी मुख्यमंत्री के नाम ज्ञापन दिया।
तत्पश्चात् कर्मचारी पुन: रैली के रूप मे शिक्षा उपनिदेशक कार्यालय पहुंचकर पदों को समाप्त करने के विरोध मे प्रदर्शन किया।