खेलों में नशा होता है, इस तरह से खेलों पर प्रतिबंध होना ही चाहिए। बच्चा ज्यादातर जुडऩे के बाद वह यदि खेलता नहीं है तो मनोदशा बिगडऩे लगती है, उसे कई तरह की परेशानी होती है। इस तरह के खेल बंद होने से कई अन्य बच्चे बच जाएंगे।
– डॉ सुरेश कोचर, मनोरोग विशेषज्ञ आरएनटी मेडिकल कॉलेज
मानसिक तौर खासा नुकसान होता
– डॉ सुरेश कोचर, मनोरोग विशेषज्ञ आरएनटी मेडिकल कॉलेज
मानसिक तौर खासा नुकसान होता
इस तरह के खेलों से बच्चों का मानसिक तौर पर खासा नुकसान होता है, दूसरी और उसकी पढ़ाई प्रभावित होती है। अभिभावकों को चाहिए कि वह बच्चों को इससे दूर रखे। सरकार ने इस तरह का प्रतिबंध लगाकर बेहतर कदम उठाया है।
– डॉ अशोक आदित्य, अभिभावक व शिशु रोग विशेषज्ञ
– डॉ अशोक आदित्य, अभिभावक व शिशु रोग विशेषज्ञ
मोबाइल की लत भी कम होगी बंद होना ही चाहिए था। हालांकि पबजी ने अपनी पॉलिसी में कुछ बदलाव कर बच्चों को अधिकतम दो घंटे ही अनुमति देता था, लेकिन पूरी तरह पाबंदी लगने से मोबाइल की लत कम लगेगी।
– अमित मिश्रा, अभिभावक
– अमित मिश्रा, अभिभावक
देश सर्वोपरी है कई बच्चे मनोरंजन के लिए खेलते थे, तो कई युवा इससे पैसा भी कमा रहे थे। पबजी कई प्रतियोगिताएं भी करवाता है, जिसका प्राइज मनी करोड़ों रुपए में होता था। बंद होने का दु:ख मुझे है, लेकिन देश सर्वोपरि है।
– कौशल आचार्य, युवा
– कौशल आचार्य, युवा
सरकार ने अच्छा किया इन फालतू एप्स में हमारे बच्चे और देश अटका रहेगा तो भविष्य क्या होगा। बैन करके सरकार ने अच्छा किया है और हमारे बच्चों से लेकर युवाओं को बचाने का काम किया है।
– प्रीति दवे, अभिभावक
अच्छा-बूरा दोनों पहलू
– प्रीति दवे, अभिभावक
अच्छा-बूरा दोनों पहलू
इसने गेमिंग की दुनिया को बदलकर रख दिया था। चीज का अच्छा और बुरा पहलू होता है। पबजी को कई युवाओं ने डिजिटल गेमिंग में अपना कॅरियर भी बनाया। इससे उन्हें चोट लगेगी।
– अभिषेक, स्टूडेंट
– अभिषेक, स्टूडेंट
यह निर्णय पहले ही करना था हमारी नई पीढ़ी को इससे सरकार ने बचा लिया है। अच्छा कदम है और स्वागत योग्य है। सरकार को यह निर्णय बहुत पहले कर देना चाहिए था।
– वर्षा पालीवाल, अभिभावक
– वर्षा पालीवाल, अभिभावक
चीनी ऐप मोबाइल से हटा ही ले सब सरकार का कदम स्वागत योग्य है। चीनी ऐपस से निजता एवं सुरक्षा को खतरा तो बना ही रहता, सभी को अपने मोबाइल से ये हटा भी लेने चाहिए।
– जितेन्द्र कुमार मेहता, अभिभावक
– जितेन्द्र कुमार मेहता, अभिभावक