उक्त विचार अर्थशास्त्री डॉ. भगवती प्रकाश शर्मा ने रविवार को पेसिफिक विश्वविद्यालय के सभागार में क्वालिटी सर्किल फोरम ऑफ इण्डिया के राजसमन्द चेप्टर के 18वें अधिवेशन में व्यक्त किए। प्रारंभ में जे.के. टायर के महाप्रबंधक (मानव संसाधन) राकेश श्रीवास्तव ने अतिथियों का स्वागत किया। सह आयोजक पेसिफिक यूनिवर्सिटी की प्रोवोस्ट (डीन) प्रो. महिमा बिड़ला ने कहा कि हमारी वैश्विक उपस्थिति एवं प्रतिस्पर्धा के लिए गुणवत्ता की मानसिकता अत्यन्त जरूरी है। चेप्टर चेयरमैन राधाश्याम केडिया ने क्वालिटी सर्किल ऑफ इण्डिया के कार्यक्रमों की जानकारी देते हुए कहा कि राज्य, राष्ट्रीय एवं अन्तरराष्ट्रीय गुणवता अधिवेशनों तथा उनमें भागीदारी से उद्योगों का विकास भी होता है।
उदयपुर चेम्बर ऑफ कॉमर्स के अध्यक्ष राकेश सिंघवी ने उद्योगों एवं सेवा क्षेत्रों में गुणवत्ता के प्रति जागरूकता को जरूरी बताया। सिक्योर मीटर्स के वैश्विक गुणवत्ता प्रमुख गौरांग शाह ने भारत के अंतरिक्ष कार्यक्रमों का उदाहरण देते हुए बताया कि किस तरह वे विफलताओं से सीख लेते हुए आज विश्व में सफलता का परचम लहरा रहे हैं। आपमें से हर एक व्यक्ति ऐसा करने में सक्षम है।
फोरम के सचिव डॉ. नरेन्द्र कुमार शर्मा ने कहा कि अधिवेशन में 11 संस्थानों के 62 गुणवता समूह के 350 प्रतिनिधि चार समानान्तर कक्षों में अपने कार्यों की प्रस्तुति देंगे जिसे 12 निर्णायक परखेंगे तथा आकलन के आधार पर उन्हें पुरस्कृत किया जाएगा।
उदयपुर चेम्बर ऑफ कॉमर्स के अध्यक्ष राकेश सिंघवी ने उद्योगों एवं सेवा क्षेत्रों में गुणवत्ता के प्रति जागरूकता को जरूरी बताया। सिक्योर मीटर्स के वैश्विक गुणवत्ता प्रमुख गौरांग शाह ने भारत के अंतरिक्ष कार्यक्रमों का उदाहरण देते हुए बताया कि किस तरह वे विफलताओं से सीख लेते हुए आज विश्व में सफलता का परचम लहरा रहे हैं। आपमें से हर एक व्यक्ति ऐसा करने में सक्षम है।
फोरम के सचिव डॉ. नरेन्द्र कुमार शर्मा ने कहा कि अधिवेशन में 11 संस्थानों के 62 गुणवता समूह के 350 प्रतिनिधि चार समानान्तर कक्षों में अपने कार्यों की प्रस्तुति देंगे जिसे 12 निर्णायक परखेंगे तथा आकलन के आधार पर उन्हें पुरस्कृत किया जाएगा।