इतिहासकार बोले- कब तक जारी रहेगा मूल्यांकन का सिलसिला
उदयपुरPublished: Jun 23, 2020 11:53:32 am
सरकार से किए सवाल
इतिहासकार बोले- कब तक जारी रहेगा मूल्यांकन का सिलसिला
उदयपुर. महाराणा प्रताप जैसे युग पुरुष के बारे में पाठ्यपुस्तकों में प्रकाशित तथ्यों का प्रामाणिक एवं प्रेरणादायक मूल्यांकन का सिलसिला कब तक जारी रहेगा? यह सवाल कई इतिहासकारों ने सरकार से करते हुए रोष जताया है। डॉ. अजात शत्रु सिंह शिवरती, डॉ. जी.एल. मेनारिया और अन्य इतिहास के जानकारों ने बताया कि उदय सिंह और महाराणा प्रताप के बारे में लेखकों में एकमत नहीं होना आश्चर्य का विषय है। इससे न केवल छात्र वर्ग, बल्कि आज की युवा पीढ़ी, प्रबुद्ध लोगों में भ्रांतियां उत्पन्न हो रही हैं। इसे रोका जाना चाहिए।
महिला अधिवक्ताओं ने दी कानूनी कार्यवाही की चेतावनी
इधर, अधिवक्ता परिषद् महिला टोली ने भी ऐतिहासिक तथ्यों को तोड़-मरोड़कर पेश करने पर रोष जताया है। जिला समन्वयक एडवोकेट महेन्द्र ओझा, भारत अजमेरा, मीनाक्षी माथुर, भावना नागदा, पल्लवी वैष्णव एवं भूपेन्द्र कुमावत आदि ने कहा कि जनभावनाओं के साथ भी खिलवाड़ होने और इतिहास के साथ इस तरह से छेड़छाड़ कानूनी रूप से गलत है। पुलिस अधीक्षक कार्यालय में इस विषय में कानूनी कार्यवाही के लिए जिला महिला प्रमुख भूमिका चौबीसा ने परिवाद प्रस्तुत किया।