उन्होंने केन्द्र की भाजपा सरकार की उपलब्धियां गिनाते हुए महिला कल्याणकारी योजनाएं बताईं और राजस्थान की कांग्रेस सरकार के कार्यकाल में बढ़े महिला अपराधों के ग्राफ को लेकर निशाने पर लिया। उन्होंने कहा कि हम सांसदों के प्रस्ताव जो केन्द्र सरकार को भेजने थे वे राज्य सरकार नहीं भेज रही है, प्रस्ताव जाते ही हम केन्द्र से प्लान मंजूर कराकर यहां की योजनाओं को मूर्त रूप दे सके। उन्होंने प्रदेश की गहलोत सरकार को कई मुद्दों पर निशाने पर लेते हुए रीट की परीक्षा के पेपर आउट के मामले को जनता के सामने रखा।
उन्होंने जगत अंबिका माता व मालेश्वरी माता के भी दर्शन किए। उनके साथ ग्रामीण विधायक फूलसिंह मीणा, कुंभलगढ़ विधायक सुरेन्द्र सिंह राठौड़, चुनाव प्रभारी तारा चन्द जैन, देवगढ़ प्रधान कुलदीप सिंह, मदन सिंह कृष्णावत, दूदाराम डांगी, युवा मोर्चा मंडल अध्यक्ष नवनीत औदिच्य, कुराबड़ पूर्व प्रधान अस्मा खान आदि थे।