दस लाख की राशि जब्ती की सूचना देने में लापरवाही का मामला
उदयपुर जिला रिटनिंग अधिकारी जिला कलक्टर चेतन देवड़ा ने की कार्रवाई।,उदयपुर जिला रिटनिंग अधिकारी जिला कलक्टर चेतन देवड़ा ने की कार्रवाई।,उदयपुर जिला रिटनिंग अधिकारी जिला कलक्टर चेतन देवड़ा ने की कार्रवाई।
उदयपुर. वल्लभनगर विधानसभा उपचुनाव के दौरान सोमवार को निर्वाचन अनुभाग की ओर से गठित उडनदस्ता दल की ओर से जांच कार्यवाही के दौरान 10 लाख रुपये से अधिक की नकदी जब्त करने के मामले में लापरवाही सामने आई। इस मामले में जिला रिटनिंग अधिकारी जिला कलक्टर चेतन देवड़ा ने वल्लभनगर के रिटनिंग अधिकारी (उपखंड अधिकारी) सहित चार जनों को कारण बताओ नोटिस किया है।
कलक्टर देवड़ा ने बताया कि वल्लभनगर उपखण्ड अधिकारी एवं रिटर्निंग अधिकारी श्रवण सिंह राठौड़ एवं सहायक वाणिज्यिक कर अधिकारी एवं कार्यपालक मजिस्ट्रेट व उडनदस्ता दल 5 के प्रभारी विनीत शर्मा, उडऩदस्ता दल 1 के दल प्रभारी, कार्यपालक मजिस्ट्रेट एवं निर्माण विभाग के अधीक्षण अभियंता भरत प्रकाश तथा उडऩदस्ता दल 2 के दल प्रभारी, कार्यपालक मजिस्ट्रेट एवं निर्माण विभाग के अधीक्षण अभियंता भानु प्रकाश दहिमा को नोटिस दिया गया। कलक्टर ने बताया कि असंतोषप्रद जवाब की दशा में इनके विरुद्ध निर्वाचन नियमों एवं सीसीए नियमों के अन्तर्गत कार्यवाही अमल में ली जाएगी। उल्लेखनीय है कि दल ने 11 अक्टूबर को 10,82,500 जब्त की थी। —यह लापरवाही सामने आईरिटर्निंग अधिकारी व उडनदस्ता दल 5 के प्रभारी ने कार्यवाही की सूचना तत्काल जिला निर्वाचन अधिकारी सहित कट्रोल रूम में नहीं दी गई। – अत्यधिक विलम्ब से सूचना प्राप्त होने पर इस राशि के सीजर कार्यवाही में बहुत समय लगा एवं आगामी पारी में नियुक्त दल कार्मिकों को रात भर भीण्डर थाने में निगरानी के लिए रहना पड़ा।- उडऩदस्ता दल 1 के दल प्रभारी सूचना नहीं देने व दूरभाष पर वार्ता करने पर नकारात्मक रवैया प्रतीत हुआ। – उडऩदस्ता दल 2 के दल प्रभारी मुख्य निर्वाचन अधिकारी राजस्थान के कार्यालय से दूरभाष सत्यापन के दौरान उपस्थित नहीं रहे।
मुख्य जिला शिक्षा अधिकारी को भी नोटिस विभिन्न प्रकोष्ठों में प्रतिनियुक्त विभागीय कार्मिकों को कार्यमुक्त नहीं करने के मामले में देवड़ा ने मुख्य जिला शिक्षा अधिकारी ओमप्रकाश आमेटा को कारण बताओ नोटिस जारी किया है। देवड़ा ने पेड न्यूज़ मॉनिटरिंग के लिए गठित एमसीएमसी प्रकोष्ठ में प्रतिनियुक्त शिक्षा विभाग के 17 कार्मिकों को संबंधित संस्थाप्रधानों द्वारा कार्यमुक्त नहीं करने के प्रकरण में कार्रवाई की।