ऑटोडेस्क के एमडी प्रदीप नायर ने टेक्नोलोजी फॉर चेंज विषय पर कहा कि क्लाउड कम्प्यूटिंग ने तकनीक की दुनिया बदल दी है। देश में डिजायनिंग हब बनने की कई संभावनाएं हैं। ओयो रूम्स के संस्थापक रितेश अग्रवाल ने राजस्थान से अपने खास जुड़ाव की यादें साझा की। सुप्रीम एविएशन के अमित अग्रवाल ने कहा कि एक पायलट के रूप में अमरीका में आलीशान जिंदगी होने के बावजूद उनके मन में खयाल आया कि उन्हें उद्यमी बनना चाहिए। यही सोचकर उन्होंने विभिन्न शहरों को जोडऩे वाली एयरलाइन कंपनी बनाने की ठानी।
वक्ताओं ने युवाओं में जगाया जोश
डिजिफेस्ट में कई विषयों पर समानांतर सत्र हुए। इनमें एनपीसीआई के विपिन द्विवेदी, उबेर के डायरेक्टर पब्लिक अफेयर कोलिन टूज, जूम कार के फाउंडर व सीईओ ग्रेग मोरेन, पेप्सिको के सीटीओ अनिल शर्मा, होंडा एसआईईएल के सीआईओ हिलाल खान, लाल पैथ लैब्स के सीईओ मूनेंद्र सोपर्णा, ओबेराय होटल्स के सीआईओ राजेश चोपड़ा, माइक्रोसॉफ्ट के स्टार्टअप्स डायरेक्टर नवीन असरानी , इंस्टा ऑफिस के कॉ-फाउंडर विकास लखानी, जेन नेक्स्ट इनोवेशन हब के इकोसिस्टम डवलपमेंट हैड राजीव वैष्णव, एचआरएच ग्रुप ऑफ होटल्स के एक्जीक्यूटिव डायरेक्टर लक्ष्यराज सिंह मेवाड़, लोजीनेक्स्ट सॉल्यूशंस के प्रेसीडेंट मृदुल खंडेलवाल, वर्ड ऑफ माउथ कंसलटिंग के विनीत पांछी ने युवाओं से अपने अनुभव साझा करते हुए कुछ नया करने के लिए प्रेरित किया।
आसानी से बातचीत करता है ‘नाओ’
ईयूरीज कंपनी की ओर से कस्टमाइज किए जा रहे ‘नाओ’ रोबोट से हिंदी व अंग्रेजी में आसानी से बातचीत की जा सकती है। साथ ही यह विभिन्न प्रकार की सरकारी योजनाओं के बारे में चर्चा कर सकता है। प्रदर्शनी आमजन के लिए सोमवार को भी खुली रहेगी।
ईयूरीज कंपनी की ओर से कस्टमाइज किए जा रहे ‘नाओ’ रोबोट से हिंदी व अंग्रेजी में आसानी से बातचीत की जा सकती है। साथ ही यह विभिन्न प्रकार की सरकारी योजनाओं के बारे में चर्चा कर सकता है। प्रदर्शनी आमजन के लिए सोमवार को भी खुली रहेगी।
अभेद सॉफ्टवेयर रोकेगा अपराध
राजस्थान पुलिस की ओर से विकसित अभेद सॉफ्टवेयर प्रदेश में अपराधों की रोकथाम में उपयोगी है। लांच होने के साथ ही सॉफ्टवेयर ने अपना काम करना शुरू कर दिया है। अधिकारियों ने बताया कि सॉफ्टवेयर में अपराधी के फोटो, स्पीच, फिंगरप्रिंट के आधार पर एक डाटाबेस तैयार होगा। अब तक इसका पायलट बेसिस पर अलवर में इस्तेमाल किया जा रहा था।
ये रहे आकर्षण
द्य थ्री डी चश्मे से देश के किसी भी हिस्से को यहां से देखा जा सकता है। वर्चुअल इमेजिंग के जरिए किसी भी जगह के साथ एक ही स्थान से फोटो खिंचवाया जा सकता है। द्य प्रदर्शनी में मॉडर्न टेक्नो ग्वालियर की थ्रीडी वर्चुअल रियल क्रिकेट का आनन्द लिया जा सकता है। लोगों ने रविवार को खूब लुत्फ उठाया। इसमें वर्चुअल रियलिटी मास्क पहनकर कुछ लोगों ने बढिय़ा शॉट्स लगाए तो कुछ पहली ही बॉल पर बोल्ड भी हो गए। इस मास्क को पहनने के बाद व्यक्ति को यह महसूस होता है कि वह क्रिकेट के मैदान में बल्लेबाजी कर रहा है। द्य राज्य के सूचना एवं प्रौद्योगिकी विभाग की ओर से विकसित किए गए थ्री डी वर्चुअल केव टूर ने भी लोगों को खूब रोमांचित किया। इसके माध्यम से व्यक्ति किसी भी स्थान पर गए बिना अपने हाथ के रिमोट से उस स्थान को एकदम नजदीक से देख सकता है।
द्य थ्री डी चश्मे से देश के किसी भी हिस्से को यहां से देखा जा सकता है। वर्चुअल इमेजिंग के जरिए किसी भी जगह के साथ एक ही स्थान से फोटो खिंचवाया जा सकता है। द्य प्रदर्शनी में मॉडर्न टेक्नो ग्वालियर की थ्रीडी वर्चुअल रियल क्रिकेट का आनन्द लिया जा सकता है। लोगों ने रविवार को खूब लुत्फ उठाया। इसमें वर्चुअल रियलिटी मास्क पहनकर कुछ लोगों ने बढिय़ा शॉट्स लगाए तो कुछ पहली ही बॉल पर बोल्ड भी हो गए। इस मास्क को पहनने के बाद व्यक्ति को यह महसूस होता है कि वह क्रिकेट के मैदान में बल्लेबाजी कर रहा है। द्य राज्य के सूचना एवं प्रौद्योगिकी विभाग की ओर से विकसित किए गए थ्री डी वर्चुअल केव टूर ने भी लोगों को खूब रोमांचित किया। इसके माध्यम से व्यक्ति किसी भी स्थान पर गए बिना अपने हाथ के रिमोट से उस स्थान को एकदम नजदीक से देख सकता है।