READ MORE: DIWALI 2017: उदयपुर में दिवाली पर यहां से खरीदिए शुद्ध सोने-चांदी के सिक्के और यहां से कीजिए शॉपिंग तत्पुरूष ने बताया कि पाण्डुलिपि प्रकाशन सहयोग योजना में हिन्दी साहित्य की किसी भी विधा की कम से कम 80 पृष्ठीय पाण्डुलिपि की प्रविष्टि करवाई जा सकती है। पाण्डुलिपि की दो प्रतियां भिजवानी आवश्यक है। ‘बाल साहित्य’ की पाण्डुलिपि 40 पृष्ठों से अधिक होनी चाहिए। साहित्यिक पत्र-पत्रिकाओं को सहयोग योजना में हिन्दी भाषा की सृजनशील, आलोचनापरक, शोध विषयक पंजीकृत साहित्यिक पत्र-पत्रिकाओं की प्रविष्टियां आमंत्रित हैं। साहित्यकार सक्रिय, संरक्षित सहयोग योजना में सृजनशील और वरिष्ठ साहित्यकारों से सहयोग हेतु आवेदन पत्र आमंत्रित हैं। प्रकाशित ग्रन्थों पर सहयोग योजना में गत तीन वर्ष 2014 से 2016 में प्रकाशित हिन्दी साहित्य की पुस्तकों की प्रविष्टियां आमंत्रित हैं।
डॉ. तत्पुरुष ने यह भी बताया कि नवोदित प्रतिभा प्रोत्साहन पुरस्कार योजनान्तर्गत डॉ. सुधा गुप्ता पुरस्कार (महाविद्यालय स्तरीय: केवल छात्राओं के लिए) योजना में कहानी विधा में और चन्द्रदेव शर्मा पुरस्कार (महाविद्यालय स्तरीय) -योजनान्तर्गत कविता विधा में (5 कविताएं), कहानी, निबंध और एकांकी विधाओं में एक-एक रचना की (दो प्रतियों) में आमंत्रित हैं। परदेशी पुरस्कार (विद्यालय स्तरीय) हेतु कविता विधा में (5 कविताएं),कहानी, निबंध और लघुकथा विधाओं में एक-एक रचना (दो प्रतियों) में आमंत्रित हैं। सभी प्रविष्टियाँ दो प्रतियों में भिजवाना आवश्यक हैं।
READ MORE: #sharadpurnima शरद पूर्णिमा का चांद आपकी सेहत के लिए है फायदेमंद, जानें आखिर क्यों है इसका महत्व इन पुरस्कार योजनाओं में राजस्थान स्थित महाविद्यालयों और विद्यालयों में नियमित रूप से अध्ययनरत छात्र-छात्राएं ही भागीदारी कर सकते हैं। विज्ञप्ति प्रसारण के समय प्रविष्टि भिजवाने वाले छात्र-छात्राओं की उम्र 23 वर्ष से कम होनी चाहिए। अकादमी कार्यालय में सभी योजनाओं हेतु प्रविष्टियाँ भिजवाने की अन्तिम तिथि 30 नवम्बर, 2017 है। योजनाओं के निर्धारित प्रपत्र और नियम आदि की जानकारी अकादमी कार्यालय और अकादमी की वेबसाइट www.rsaudr.org से प्राप्त की जा सकती है।