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महाराष्ट्र के शहादा निवासी मुमुक्षु प्रो. निकिता कोटडिया दीक्षा से पूर्व अपने परिवार के साथ दीक्षा स्थल पर जाते हुए। निकिता कॉलेज में लेक्चर है लेकिन संयम जीवन अपनाने का मन बना लिया था।
महाराष्ट्र के शहादा निवासी मुमुक्षु प्रो. निकिता कोटडिया दीक्षा से पूर्व अपने परिवार के साथ दीक्षा स्थल पर जाते हुए। निकिता कॉलेज में लेक्चर है लेकिन संयम जीवन अपनाने का मन बना लिया था।
खुशी के आंसू घर वालों की आंखों में
चित्तौडग़ढ़ जिले की चिकारड़ा निवासी मुमुक्षु सपना लोढ़ा अपनी बहन व परिवार के अन्य सदस्यों के साथ दीक्षा स्थल को रवाना होते। इस पल परिवार वालों की आंखों में खुशी के आंसू दिखे। सपना ने बचपन उदयपुर जिले के फतहनगर में बिताया था।
चित्तौडग़ढ़ जिले की चिकारड़ा निवासी मुमुक्षु सपना लोढ़ा अपनी बहन व परिवार के अन्य सदस्यों के साथ दीक्षा स्थल को रवाना होते। इस पल परिवार वालों की आंखों में खुशी के आंसू दिखे। सपना ने बचपन उदयपुर जिले के फतहनगर में बिताया था।
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एक साथ पूरा परिवार संयम पथ पर
मुमुक्षु निर्मल मालू, उनकी धर्मपत्नी चन्दनदेवी मालू, उनके बेटे नीरज मालू, बेटी समता मालू्र की दीक्षा से पूर्व साधु-साध्वी वस्त्र में। मालू परिवार के ये चारों सदस्य एक साथ, मालू परिवार मूलत: नोखा (बीकानेर) के रहने वाले हैं, वर्तमान में सूरत में इनका व्यवसाय है।
एक साथ पूरा परिवार संयम पथ पर
मुमुक्षु निर्मल मालू, उनकी धर्मपत्नी चन्दनदेवी मालू, उनके बेटे नीरज मालू, बेटी समता मालू्र की दीक्षा से पूर्व साधु-साध्वी वस्त्र में। मालू परिवार के ये चारों सदस्य एक साथ, मालू परिवार मूलत: नोखा (बीकानेर) के रहने वाले हैं, वर्तमान में सूरत में इनका व्यवसाय है।