उदयपुर जिले की वल्लभनगर सीट जिले की सबसे हॉट सीट है क्योंकि वहां पर त्रिकोणीय मुकाबला होता है। कांग्रेस व भाजपा के साथ ही वहां जनता सेना मैदान में रहती है। यहां से विधानसभा पहुंचे पूर्व गृहमंत्री स्व. गुलाबसिंह शक्तावत के बेटे गजेन्द्र सिंह शक्तावत का कोरोना से निधन होने के बाद सीट खाली हो गई थी। वल्लभनगर सीट का संसदीय क्षेत्र चित्तौडगढ़़ लगता है। जब राजसमंद में उप चुनाव घोषित हुए तब ही वल्लभनगर में उप चुनाव होने थे लेकिन निर्वाचन आयोग ने उस चरण में यहां का कार्यक्रम घोषित नहीं किया था।
प्रतापगढ़ जिले की धरियावद विधानसभा सीट का अधिकांश हिस्सा उदयपुर जिले में आता है और उसका संसदीय क्षेत्र उदयपुर लगता है। धरियावद में भाजपा विधायक गौतम लाल मीणा का कोरोना से निधन होने के बाद सीट खाली हो गई थी।
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इन नेताओं की प्रतिष्ठा दांव पर कांग्रेस में प्रभारी मंत्री प्रताप सिंह खाचरियावास, मंत्री प्रमोद जैन भाया, उदयलाल आंजना, अर्जुन बामणिया, अशोक चांदना, विधायक महेंद्रजीत सिंह मालवीय,गणेश घोगरा, दयाराम परमार, रामलाल मीणा, लाखन मीणा, सीडब्ल्यूसी सदस्य रघुवीर सिंह मीणा तो भाजपा में विस में मुख्य रूप से विस में नेता प्रतिपक्ष गुलाबचंद कटारिया तो सांसद सीपी जोशी व अर्जुनलाल मीणा की प्रतिष्ठा दांव पर लगी है। इन नेताओं को इस क्षेत्र का जिम्मा दे रखा है तथा इनका क्षेत्र भी है।दोनों दलों ने वल्लभनगर में तो बहुत पहले ही तैयारी कर दी थी लेकिन चुनाव कार्यक्रम में वल्लभनगर का नाम घोषित नहीं किया गया था। वल्लभनगर में जनता सेना के मुखिया व पूर्व विधायक रणधीर सिंह भींडर को टिकट देने को लेकर भाजपा में कलह है, एक गुट उनको चाहता तो कटारिया गुट उनके विरोध में है और इसको लेकर कई बयान सामने आए तो कांग्रेस में शक्तावत परिवार आमने-सामने है। स्व. गजेन्द्र शक्तावत की पत्नी प्रीति शक्तावत व उनके बड़े भाई देवेन्द्र सिंह शक्तावत ने खुलकर दावेदारी की है तो भाजपा में करीब चार से ज्यादा दावेदार है।