पिछले दिनों रणकपुर में हुए भाजपा के मंथन में कटारिया गुट और शहर भाजपा ने एकमत से कटारिया के नाम पर ही जोर दिया मगर जो पर्ची डाली गई, उसमें झाला का नाम को भी अंकित किया था (जैसा कि झाला गुट का दावा है)। भाजपा शहर जिला के पदाधिकारी कहते नजर आते हैं कि कटारिया सर्वमान्य नेता है, उनको दावेदारी करने की जरूरत कहां है? इस बीच, भाजपा देहात अध्यक्ष गुणवंत सिंह झाला सोमवार सुबह अध्यक्ष दिनेश भट्ट के निवास पर चले गए। झाला ने उन्हें अपना बायोडेटा देते हुए कहा कि शहर विधानसभा से मेरी दावेदारी है, आप शहर अध्यक्ष है तो आपनी तरफ से पार्टी के समक्ष मेरी पैरवी भी की जाए। भट्ट ने कहा कि आपकी बात पार्टी में यथास्थान पहुंचाएंगे।
READ MORE : VIDEO : अमृृृतसर रेल हादसेे से सबक लेना जरूरी.. उदयपुर में यहां है खतरों भरा रेलवे ट्रैक.. दहशतभरी नौनिहालों की स्कूली डगर वसुंधरा के खास है झाला उल्लेखनीय है कि उदयपुर में भाजपा के अंदर जो गुटबाजी दिखाई देती है, उसमें एक गुट झाला का है। झाला मुख्यमंत्री वसुंधरा राजे के खास है। झाला को जब देहात अध्यक्ष लगाया, तब कटारिया को भी नहीं पूछा गया था। झाला की दावेदारी में कटारिया के विरोधी नेता भी उनका पूरा समर्थन कर रहे हैं।
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ये दावेदार खुलकर सामने आए भाजपा में
– गुलाबचंद कटारिया : गृहमंत्री है, भाजपा शहर के पदाधिकारियों ने मंथन में उनका नाम रखा है। पार्टी के वरिष्ठ नेता हैं, इसलिए स्वयं ने दावेदारी नहीं रखी। वे हमेशा एक ही बात बोलते हैं कि पार्टी का आदेश सर्वोपरि है। भाजपा शहर जिला, विभिन्न मंडल और कई पदाधिकारी उनके साथ हैं।
– गुणवंत सिंह झाला : भाजपा देहात के अध्यक्ष और वसुंधरा राजे के खास है, उनके कोटे से ही देहात अध्यक्ष बने तो कटारिया से नाराज पदाधिकारी भी साथ हो गए। झाला पुराने नेता हैं। उनके समर्थक कहते हैं ‘ अब वक्त टिकट आ गया।’
– शेखावत मंच : कटारिया से नाराज नेताओं ने भैरोसिंह शेखावत मंच बनाया और खुलकर कटारिया का विरोध कर रहे हैं। मंच ने भाजपा से कहा कि कटारिया के अलावा किसी अन्य को टिकट दें, अन्यथा मंच प्रत्याशी उतारेगा।
– प्रवीण रतलिया : नमो विचार मंच संगठन के प्रदेश अध्यक्ष है। रतलिया उदयपुर से टिकट मांग रहे हैं और पूरी तैयारी कर चुके है, अपनी टीमों के साथ कई अभियान चला रहे हैं।