scriptनन्हीं परी को नहीं मिल रहा राजश्री का आशीष | Rajshri's blessing is not available to the new fairy | Patrika News

नन्हीं परी को नहीं मिल रहा राजश्री का आशीष

locationउदयपुरPublished: Mar 28, 2019 08:40:02 am

Submitted by:

Bhuvnesh

तीन माह से किसी को ाी नहींे मिली फूटी कोड़ी

तीन माह से किसी को ाी नहींे मिली फूटी कोड़ी

तीन माह से किसी को ाी नहींे मिली फूटी कोड़ी

भुवनेश पण्ड्या
उदयपुर. राजश्री योजना के तहत बिटियां के जन्म के बाद सरकार की ओर से देय राशि तीन माह से नहीं मिलने का मामला सामने आया है। इस संबंध में वि ााग का कहना है कि सरकार की ओर से राशि जारी नहीं होने से नहीं दी गई। बता दें कि प्रतिवर्ष औसतन करीब २० से २५ हजार बेटियों को यह राशि मिलती थी।
ये है योजना

बेटियों के जन्म को प्रोत्साहित करने, उन्हें शिक्षित व सशक्त बनाने के मकसद से सरकार ने 1 जून 2016 से मु यमंत्री राजश्री योजना प्रदेश में शुरू की थी। योजना के तहत विभिन्न चरणों में बालिका के जन्म से लेकर कक्षा 12 वीं तक पढ़ाई, स्वास्थ्य व देखभाल के लिए अभिभावक को 50,000 रुपए तक की आर्थिक सहायता दी जाती है।
यह है प्रक्रिया
योजना में नियमानुसार प्रथम व द्वितीय किस्त मेडिकल वि ााग जारी करता है। इसके लिए ऑनलाइन पोर्टल पर आवेदन संबंधित हॉस्पिटल की ओर से (पीसीटीएस) पोर्टल पर ारा जाता है। आवेदन के बाद पीसीटीएस से जुडे़ ओजस सॉ टवेयर से इसे वेरिफिकेट किया जाता है। इसमें ारी गई सूचनाएं जांची जाती है। वेरिफिकेशन के बाद संस्थान प्र ाारी सेंक्शन करते हंै।
नि न चरणों में दी जाती है राशि
– बेटी के जन्म के समय 2500 रुपए
– एक वर्ष का टीकाकरण होने पर 2500 रुपए

– पहली कक्षा में प्रवेश लेने पर 4000 रुपए
– कक्षा 6 में प्रवेश लेने पर 5000 रुपए
– कक्षा 10 में प्रवेश लेने पर 11000 रुपए
– कक्षा 12 उत्तीर्ण करने पर 25000 रुपए

योजना के लाभ की पात्रता
राजश्री योजना की पहली दो किस्त उन सभी बालिकाओं को दी जाती है जिनका जन्म किसी सरकारी अस्पताल एवं जननी सुरक्षा योजना, जेएसवाई से रजिस्टर्ड निजी चिकित्सा संस्थानों में हुआ हो। ये दोनों किस्त उनके अभिभावकों को तब भी दी जाती है जिनके तीसरी संतान बालिका हो किंतु योजना में आगे की किस्तों का लाभ उन्हें नहीं मिल पायेगा। योजना का लाभ लाभार्थी को सीधा बैंक खाते में मिले इसके लिए भामाशाह कार्ड से योजना को जोड़ा गया है।
फेक्ट फाइल: ला ाार्थी बेटियां
– जून १६ से मार्च १७ तक- २१७११
– अप्रेल १७ से मार्च १८ तक- २६०३२
– अप्रेल १८ से दिस बर १८ तक- २२००७
इनका कहना है

राज्य सरकार की ओर से अधिकृत बैंक ऑफ बड़ौदा में ये आवेदन सीधे उनके पोर्टल से जुड़े होने से संबंंधित प्रसूता के ााते में राशि जमा हो जाती। अब इस पोर्टल पर जनवरी माह से सेंक्शन बंद है। वेरिफिकेशन हो रहे हैं, लेकिन सेंक्शन आगे से रुकी हुई है।
डॉ. अशोक आदित्य
आरसीएचओ व नोडल प्रभारी
राशि फिलहाल सॉ टवेयर से सेंक्शन नहीं हो पा रही है। इसकी स्वीकृति मिलती है तो प्रसूता के ााते में स्वत: ही जमा हो जाती है। जनवरी से ये राशि ाातों में नहीं जा रही है।
डॉ. दिनेश ाराड़ी, सीएमएचओ, उदयपुर

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