ग्रामीणों ने आरएसएमएम से निकलने वाले अपशिष्ट की जानकारी कलक्टर को दी। झामरकोटड़ा, चांसदा और लकड़वास में पेयजल समस्या यहां के सरपंचों ने बताई। विभाग के ढुलमुल जवाब से नाराज हुए कलक्टर ने जल्द ही समाधान की बात कही। उन्होंने आरएसएमएम प्रबन्धन को व्यवस्था जुटाने को कहा। माइंस से सटी पंचायत को सोलर पंप से पानी उपलब्ध कराने के लिए कहा। उदयपुर ग्रामीण विधायक फूलसिंह मीणा भी विभागों की कार्य शैली से नाराज हुए। झामेश्वर मार्ग को 5 मीटर चौड़ा करने की बात कही।
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खराब सडक़ें : पीडब्ल्यूडी अधिकारियों से चर्चा करते हुए कलक्टर ने पूछा कि एकलिंगपुरा-झामर कोटड़ा मार्ग इतना खराब क्यों है। शर्म आनी चाहिए सडक़ की ऐसी दुर्दशा पर। अधिकारियों ने कहा कि टेण्डर हो गए हैं, जल्द ही काम शुरू हो जाएगा। ग्रामीणों ने कहा कि आरएसएमएम की ओर से बना रोड ‘मौत का रोड’ है। कलक्टर ने शीघ्र काम करवाकर समाधान करने के निर्देश दिए।
खराब सडक़ें : पीडब्ल्यूडी अधिकारियों से चर्चा करते हुए कलक्टर ने पूछा कि एकलिंगपुरा-झामर कोटड़ा मार्ग इतना खराब क्यों है। शर्म आनी चाहिए सडक़ की ऐसी दुर्दशा पर। अधिकारियों ने कहा कि टेण्डर हो गए हैं, जल्द ही काम शुरू हो जाएगा। ग्रामीणों ने कहा कि आरएसएमएम की ओर से बना रोड ‘मौत का रोड’ है। कलक्टर ने शीघ्र काम करवाकर समाधान करने के निर्देश दिए।
आरएसएमएम को फटकार : कलेक्टर ने आरएसएमएम की ओर से जनहित कार्य नहीं कराने पर खासी नाराजगी दिखाई। उन्होंने कहा कि शर्म की बात है कि सरकारी उपक्रम के प्रति नकारात्मक रवैया है। वन्यजीवों के कारण मवेशियों के शिकार की समस्या भी आई। कलक्टर ने वन विभागीय अधिकारियों को पिंजरा लगाने की बात कही।
इनकी रही मौजूदगी :कुराबड़ प्रधान अस्मा खान, एसडीएम गिर्वा कमर चौधरी, तहसीलदार ब्रिजेश गुप्ता, विकास अधिकारी अजयकुमार आर्य, झामरकोटड़ा सरपंच भैरूलाल, चांसदा सरपंच शंकर लाल, लकड़वास सरपंच जग्गुराम भी मौजूद थे।