केस 3 – रेशमा को सागवाड़ा (डूंगरपुर) का केंद्र आवंटित हुआ है। रेशमा का कहना है कि सरकार ने महिलाओं को गृह जिले में जो केंद्र देने का वादा किया था, वो झूठा साबित हुआ है। इससे दूर केंद्र पाने वाली सभी महिलाओं की परेशानी बढ़ी है।
उदयपुर. 26 सितंबर को होने जा रही राजस्थान अध्यापक पात्रता परीक्षा 2021 में महिला अभ्यर्थियों को भी अब गृह जिले से दूर जाकर परीक्षा देने जाना पड़ेगा। ऐसे में कई महिला अभ्यर्थियों की परेशानी बढ़ गई है। दरअसल, राज्य सरकार ने रीट परीक्षा के लिए महिला अभ्यर्थियों को गृह जिले में ही परीक्षा केंद्र आवंटित करने की घोषणा की थी लेकिन रीट परीक्षा के एडमिट कार्ड जारी होने पर सरकार के इन दांवों की हकीकत सामने आ गई। कई महिला अभ्यर्थियों को जिले के बाहर के केंद्र आवंटित किए गए हैं। ऐसे में जहां महिला अभ्यर्थियों में सरकार के प्रति रोष है, वहीं अब दूर केंदों पर जाकर परीक्षा देने पर वे असमंजस की स्थिति में हैं। उदयपुर जिले में भी कई ऐसी महिला अभ्यर्थी हैं, जिन्हें गृह जिले से बाहर केंद्र आवंटित हुए हैं।
महिलाओं को कई तरह की परेशानी महिला अभ्यर्थियों को गृह जिला नहीं मिलने से कई महिलाएं परेशानी व तनाव में आ चुकी हैं। उनका कहना है कि कोरोना काल में यदि सरकार गृह जिले में ही परीक्षा केंद्र आवंटित कर देती तो महिलाओं को परेशानी नहीं उठानी पड़ती। परीक्षा केंद्रों पर समय पर पहुंचने के लिए पहले से तैयारी करनी होती है, महिलाओं के साथ कोई पुरुष सदस्य भी साथ जाता है ताकि रास्ते में कोई परेशानी नहीं आए। लेकिन, जिनके घरों में पुरुष सदस्य बीमार हैं या कोई अन्य मजबूरी है तो अब वे असमंजस में हैं कि परीक्षा देने भी जाएं या नहीं। ऐसे में उनकी तैयारी पर पानी फिर जाएगा।
राज्य सरकार बेरोजगारों के साथ छलकपट कर रही है। बेरोजगार पहले से ही तंगी में हैं और उन्हें राज्य सरकार दूर केंद्र देकर ज्यादा तंग कर रही है। सरकार को ध्यान रखना चाहिए कि महिला को दूर भेजने से उसके सामने कितनी समस्या आएगी। दूर केंद्र होने से महिलाओं को तीन-चार दिन पहले जाना पड़ेगा। जिससे परीक्षार्थियों को मानसिक तनाव भी होगा। राज्य सरकार दो दिन में केंद्रों को संशोधन कर महिलाओं को गृह जिला दें।