—- उन्होंने पर्यावरण के क्षेत्र के कार्यरत विभागों एवं संस्थाओं को समन्वय से कार्य करने को कहा तथा औद्योगिक क्षेत्रों से निकलने वाले जल एवं धुएं के प्रभावी निस्तारण पर जोर दिया। उन्होंने मानव जीवन के साथ पशुओं के लिए भी शुद्ध पेयजल उपलब्ध कराने की बात कही तथा कहा कि संबंधित औद्योगिक संस्था द्वारा 1 वर्ष से पानी से प्रभावित गांवों में एटीएम लगवाए जाएं। बैठक दौरान प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड के क्षेत्रीय अधिकारी बी आर पंवार ने जिले में औद्योगिक संस्थाओं की स्थिति और प्रदूषण फैलाने पर की जाने वाली कार्रवाई की जानकारी दी।
—- सीएसआर: बैठक में समिति द्वारा जिले में विभिन्न उद्योगों द्वारा सीएसआर मद से किए जाने वाले व्यय की समीक्षा की और अन्य क्षेत्रों में इस मद के उपयोग पर नाराजगी जताते हुए कहा कि जिस क्षेत्र में उद्योग स्थापित है उसी क्षेत्र में इस मद से व्यय होना चाहिए। आयड़ नदी: समिति अध्यक्ष जीनगर ने आयड़ नदी को सुंदर बनाने के लिए हो रहे काम पर चर्चा की। नगर निगम आयुक्त अंकित कुमार सिंह ने बताया कि इसमें जो नाले गिर रहे हैं उसके लिए दो ट्रंक लाईन डाली जा रही है वहीं इसमें सफ ाई का कार्य नगरनिगम और यूआईटी द्वारा लगातार किया जा रहा है। स्मार्ट सिटी के तहत इसे सुंदर बनाने का प्रोजेक्ट लिए जाने व इसकी टेण्डर प्रक्रिया जारी होने की बात कही। तो फिर पेड़ लगाओ: समिति सदस्य महेन्द्र सिंह विश्नोई ने नेशनल हाईवे निर्माण के लिए बड़ी संख्या में पेड़ काटने के लिए प्राप्त की गई अनुमति के बारे में विभागीय अधिकारियों से जानकारी लेकर कई प्रजातियों के पेड़ लगाने को कहा। निर्माण में प्रयुक्त बजरी जांच के निर्देश दिए। नवीन उद्योग स्थापना पर 33 प्रतिशत क्षेत्र में पेड़ लगाने, ओगणा क्षेत्र में माइंस से हो रही बीमारी पर जांच करने, बायोमेडिकल वेस्ट के प्रावधानों के अनुसार निस्तारण करने, हेवी ब्लास्टिंग नहीं करने, सडक़ किनारे ईट भट्टों को स्थापित नहीं करवाने, मिठाई के उपर लगे वर्क में प्रयुक्त सामग्री की जांच करने के निर्देश दिए।
—– बैठक में नदियों में लिक्विड वेस्ट प्रदूषण रोकने, स्टोन से निकलने वाली स्लरी वेस्ट का सुरक्षित निस्तारण, बायो मेडिकल वेस्ट का निस्तारण, शहरों के आस-पास मिट्टी क्रेशर से होने वाले प्रदूषण, ईट.भट्टे से होने वाले प्रदूषण, औद्योगिक इकाइयों द्वारा व खनन क्षेत्र में होने वाले प्रदूषण के संबंध में चर्चा व टम्र्स एण्ड कंडिशन के अनुसार पौधारोपण, जिले के शहरों व ग्रामीण क्षेत्रों में राशन वितरण व्यवस्था व बायोमैट्रिक मशीन का प्रयोग, जलग्रहण व जल स्वावलंबन पर चर्चा हुई।
समिति अध्यक्ष के साथ सदस्य किसनाराम विश्नोई, हमीरसिंह भायल, खुशवीरसिंह, महेन्द्रसिंह विश्नोई,उदयपुर ग्रामीण विधायक फू लसिंह मीणा, मावली विधायक धर्मनारायण जोशी, झाड़ोल विधायक बाबूलाल खराड़ी, जिला प्रमुख शांतिलाल मेघवाल, नगर निगम आयुक्त अंकित कुमार सिंह, अतिरिक्त जिला कलक्टर संजय कुमार मौजूद थे।