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शादी व गर्भधारण की उम्र पूछने पर अब नहीं शर्माती महिलाएं, कृषक महिलाओं के प्रजनन स्वास्थ्य पर सर्वे में हुआ खुलासा…

locationउदयपुरPublished: Mar 12, 2018 02:39:56 pm

Submitted by:

madhulika singh

देश के 10 कृषि विवि द्वारा कृषक परिवारों की महिलाओं के प्रजनन स्वास्थ्य पर हुआ सर्वेे

farmer woman
मधुलिका सिंह / उदयपुर . परिवार नियोजन, मासिक धर्म से संबंधी समस्याएं और शादी व गर्भधारण की सही उम्र के बारे में अब तक जहां राजस्थान की किसान महिलाएं शर्म के मारे बात करना तो दूर, इनके उपायों को सुनना भी पसंद नहीं करती थीं, वहीं अब वे इसे लेकर सजग हो रही हैं। इस मुद्दों पर बात करने की उनकी झिझक कम हुई है। प्रजनन स्वास्थ्य के बारे में उनका ज्ञान औसत आंका गया है, जो उनके स्वास्थ्य की दृष्टि से अच्छा है। यह निष्कर्ष सामने आया है आईसीएआर की ओर से देश के 10 कृषि विवि में चलाई जा रही अखिल भारतीय समन्वित अनुसंधान परियोजना के अध्ययन में। दरअसल, मातृ स्वास्थ्य को लेकर इंडियन कौंसिल ऑफ एग्रीकल्चर एंड रिसर्च (आईसीएआर) ने रिप्रोडेक्टिव हेल्थ केयर इन एग्रेरियन फैमिलीज (आरएचएएफ) प्रोजेक्ट तैयार किया है जिसके तहत कृषक परिवारों की 3000 महिलाओं के प्रजनन स्वास्थ्य पर अध्ययन किया गया। अध्ययन में कृषक परिवारों की महिलाएं प्रजनन स्वास्थ्य के संबंध में कितनी जागरूक हैं और उन्हें इस संबंध में जानकारी है या नहीं, इस संबंध में सवाल किए गए और जवाब के आधार पर निष्कर्ष निकाला गया।
300 महिलाओं पर शोध
राजस्थान में महाराणा प्रताप कृषि विश्वविद्यालय का होम साइंस कॉलेज इसका एकमात्र केंद्र है, जहां यह अध्ययन मानव विकास एवं पारिवारिक संबंध विशेषज्ञ डॉ. गायत्री तिवारी के निर्देशन में हुआ। इसके तहत हर केंद्र पर 3000 महिलाओं के बीच जाकर शोध किया गया। इसमें सबसे अच्छी स्थिति हिमाचल प्रदेश के पालमपुर की महिलाओं की पाई गई, जबकि हैदराबाद की स्थिति सबसे खराब थी। इधर, राजस्थान की किसान महिलाओं का प्रजनन स्वास्थ्य को लेकर ज्ञान औसत स्तर पर पहुंच गया है जो पहले से बेहतर स्थिति में कहा जा सकता है।

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