राष्ट्रीय लोक दल के राष्ट्रीय अध्यक्ष जयंत चौधरी, भीम आर्मी के राष्ट्रीय अध्यक्ष चंद्रशेखर आजाद रविवार सुबह 7.30 बजे फ्लाइट से उदयपुर एयरपोर्ट आए। इधर, उनकी अगवानी में शेड्यूल्ड स्टूडेंट एंड यूथ यूनियन के डॉ. राम मीणा एयरपोर्ट के बाहर पहुंचे। जयंत चौधरी और चंद्रशेखर एयरपोर्ट से बाहर आते, इससे पहले ही उन्हें रोक दिया गया। पुलिस और प्रशासनिक अधिकारियों ने समझाइश की। दोनों नेताओं का बाहर इंतजार कर रहे कार्यकर्ताओं का सब्र टूटा और वे प्रदर्शन करने लगे। पुलिस ने ना तो दोनों नेताओं को बाहर निकलने दिया और ना ही बाहर उग्र हो रहे कार्यकर्ताओं का उनसे संपर्क होने दिया। ऐसे में पुलिस और कार्यकर्ताओं के बीच तीखी नोकझोंक हुई और घंटों तक प्रदर्शन चलता रहा। इस बीच शाम 6 बजे मृतक जितेंद्र के परिजन एयरपोर्ट पहुंचे तो दोनों नेताओं ने उनसे बातचीत की। इस दौरान जहां एयरपोर्ट के अंदर कलक्टर ताराचंद मीणा, एएसपी हर्ष रत्नू, एएसपी मुकेश सांखला, डीएसपी चेतना भाटी आदि मौजूद रहे, वहीं बाहर बड़ी संख्या में पुलिस बल तैनात रहा। आखिर अपरान्ह 3.30 बजे दोनों नेता रिटर्न फ्लाइट से दिल्ली के लिए रवाना हुए तो माहौल शांत हुआ।
उल्लेखनीय है कि 15 मार्च को जितेंद्र मेघवाल की हत्या हो गई थी। इसके बाद से माहौल अशांतिपूर्ण बना हुआ है। पिछले दिनों भी चंद्रशेखर के मृतक की श्रद्धांजलि के लिए पाली पहुंचने पर माहौल बिगड़ गया था।
दोनों नेता उदयपुर से कार्यकर्ताओं के साथ पाली जाने वाले थे। उनकी मांग थी कि मृतक जितेंद्र मेघवाल के परिवार को 50 लाख की आर्थिक सहायता, परिवार के सदस्य को सरकारी नौकरी और उनका केस फास्ट ट्रेक में चलाया जाए। इस दौरान कलक्टर ताराचंद मीणा ने उनसे बात की, वहीं राज्य सरकार के प्रतिनिधि के तौर पर पुख्ता कार्रवाई का भरोसा दिलाया।