READ MORE : उदयपुर देहलीगेट पर पार्किंग स्थल बनाने का मामला: वेंडरों का अंतरिम स्थगनादेश प्रार्थना पत्र खारिज पुलिस ने बताया कि छीपा मस्जिद के पास गायरियों का मोहल्ला निवासी मोहम्मद कलीम (52) पुत्र इस्हाक छीपा आयड़ पुलिया पर रजवाड़ा में सिक्युरिटी गार्ड था। शाम करीब 6.15 बजे वह रेस्टोरेंट में आने वाले ग्राहकों के वाहनों को पार्किंग में व्यवस्थित करवा रहा था, तभी आयड़ की तरफ से आई रजवाड़ा रेस्टोरेंट के सामने से मुडऩे लगी। स्टेयरिंग नहीं कटने पर चालक ने पीछे देखे बिना ही गाड़ी को रिवर्स में ले लिया।
उसी समय कलीम पीछे खड़ा था, जो बस से टकराते ही नीचे गिर गया। वह उठता, उससे पहले ही बस का पिछला पहिया उसके सिर के ऊपर से होकर निकल गया। मौके पर ही कलीम की मौत हो गई। लोगों ने उसे वाहन से एमबी चिकित्सालय पहुंचाया, जहां चिकित्सकों ने मृत घोषित कर दिया। भूपालपुरा थाना पुलिस ने मृतक के बड़े भाई की रिपोर्ट पर मामला दर्ज कर बस जब्त की।
लगा जाम, पुलिस से भी झड़प
दुर्घटना के बाद मौके पर भीड़ जमा हो गई जिससे आयड़ पुलिया, यूनिवर्सिटी रोड व आयड़ मार्ग पर जाम लग गया। पुलिस ने भीड़ को हटाने के लिए अपशब्द का प्रयोग कर दिया जिससे लोग आक्रोशित हो गए। उन्होंने हंगामा करते हुए पुलिस को खरी-खोटी सुनाने में कोई कसर नहीं छोड़ी। भूपालपुरा थाने के अलावा अन्य थानों की पुलिस भी मौके पर पहुंची। इधर, दुर्घटना के बाद रेस्टारेंट संचालक द्वारा भी कोई पहल नहीं करने पर लोगों ने उसे भी खरी-खोटी सुनाई। बाद में संचालक रेस्टारेंट बंद कर अस्पताल पहुंचा।
दुर्घटना के बाद मौके पर भीड़ जमा हो गई जिससे आयड़ पुलिया, यूनिवर्सिटी रोड व आयड़ मार्ग पर जाम लग गया। पुलिस ने भीड़ को हटाने के लिए अपशब्द का प्रयोग कर दिया जिससे लोग आक्रोशित हो गए। उन्होंने हंगामा करते हुए पुलिस को खरी-खोटी सुनाने में कोई कसर नहीं छोड़ी। भूपालपुरा थाने के अलावा अन्य थानों की पुलिस भी मौके पर पहुंची। इधर, दुर्घटना के बाद रेस्टारेंट संचालक द्वारा भी कोई पहल नहीं करने पर लोगों ने उसे भी खरी-खोटी सुनाई। बाद में संचालक रेस्टारेंट बंद कर अस्पताल पहुंचा।
अति व्यस्त मार्ग, फिर भी पार्किंग आयड़ पुलिया के निकट जिस जगह दुर्घटना हुई, वहां पर तीन तरफ से वाहनों की आवाजाही होती है। आसपास रेस्टारेंट्स व आनंद प्लाजा पर भी काफी लोग आते हैं। अधिकतर रेस्टारेंट संचालक वाहन सडक़ पर खड़ा करवाते हैं। मार्ग सकरा होने से दुर्घटना का अंदेशा बना रहता है। आयड़ पुलिया के पार मॉल के बाहर भी यही स्थिति रहती है। समीप ही आयड़ चौकी होने के बावजूद कोई इस ओर ध्यान नहीं देता है।
आवासीय क्षेत्र में भारी वाहनों को प्रवेश कैसे? आयड़ क्षेत्र पूरी तरह से आवासीय होने के कारण यहां पर भारी वाहनों को प्रवेश पूर्णत: वर्जित है लेकिन इसके बावजूद दुर्गा नर्सरी रोड व ठोकर चौराहा से इस क्षेत्र में भारी वाहनों की आवाजाही बनी रहती है। ये वाहन शार्टकट के फेर में नाथद्वारा मार्ग पर जाने के लिए सौ फीट रोड होकर गुजरते हैं।