भागवत व मुरारी बापू आज प्रताप गौरव केन्द्र में
शहर में टाइगर हिल स्थित राष्ट्रीय तीर्थ प्रताप गौरव केंद्र में ज्येष्ठ सप्तमी रविवार शाम 5.30 बजे नवनिर्मित भक्ति धाम में प्राण प्रतिष्ठा एवं जन समर्पण समारोह होगा। इस अवसर पर धाम के नौ मंदिरों में प्राण प्रतिष्ठा होगी। कार्यक्रम में संघ के सर संघचालक मोहन भागवत एवं ख्यात रामकथा वाचक संत मुरारी बापू का सान्निध्य रहेगा। दोनों अतिथि समारोह को सम्बोधित भी करेंगे।
शहर में टाइगर हिल स्थित राष्ट्रीय तीर्थ प्रताप गौरव केंद्र में ज्येष्ठ सप्तमी रविवार शाम 5.30 बजे नवनिर्मित भक्ति धाम में प्राण प्रतिष्ठा एवं जन समर्पण समारोह होगा। इस अवसर पर धाम के नौ मंदिरों में प्राण प्रतिष्ठा होगी। कार्यक्रम में संघ के सर संघचालक मोहन भागवत एवं ख्यात रामकथा वाचक संत मुरारी बापू का सान्निध्य रहेगा। दोनों अतिथि समारोह को सम्बोधित भी करेंगे।
सुरक्षा चाक चौबंद
मोहन भागवत विद्या निकेतन स्कूल कैम्पस के अंदर स्वयंसेवकों के बीच थे फिर भी वहां पर सुरक्षाकर्मियों ने पूरे क्षेत्र को घेरे में ले रखा था। सुरक्षा व्यवस्था को चाक चौबंद कर रखा था। विद्या निकतेन स्कूल की छत पर जहां भागवत ठहरे थे वहां पर पुलिस के जवान लगा रखे थे तो तीनों गेट पर सुरक्षाकर्मियों को भी तैनात किया गया था। इसके अलावा भागवत के पास कमांडो पर लगा रखे थे तो बाहर सडक़ पर भी सुरक्षा के बड़े प्रबंध कर रखे थे।
मोहन भागवत विद्या निकेतन स्कूल कैम्पस के अंदर स्वयंसेवकों के बीच थे फिर भी वहां पर सुरक्षाकर्मियों ने पूरे क्षेत्र को घेरे में ले रखा था। सुरक्षा व्यवस्था को चाक चौबंद कर रखा था। विद्या निकतेन स्कूल की छत पर जहां भागवत ठहरे थे वहां पर पुलिस के जवान लगा रखे थे तो तीनों गेट पर सुरक्षाकर्मियों को भी तैनात किया गया था। इसके अलावा भागवत के पास कमांडो पर लगा रखे थे तो बाहर सडक़ पर भी सुरक्षा के बड़े प्रबंध कर रखे थे।
ऐसा है भक्ति धाम
भक्ति धाम मंदिरों का समूह है जिसमें मेवाड़ के सभी प्रमुख तीर्थ की प्रतिकृतियां शामिल की गई है। इसमें मेवाड़ के अधिपति भगवान एकलिंगनाथ के अलावा रिद्धि सिद्धि विनायक, श्रीनाथजी, चारभुजा नाथ, द्वारिकाधीश, सांवलियाजी, चामुण्डा देवी, जैन मन्दिर केसरियाजी तथा राम, लक्ष्मण, सीता, हनुमान के विग्रहों से युक्त राम दरबार मंदिर शामिल हैं। प्रताप गौरव केंद्र के निदेशक व संघ प्रचारक ओम ने बताया कि पर्यटकों व तीर्थयात्रियों को एक ही स्थान पर सभी मंदिरों के दर्शन करने का लाभ मिलेगा।