यह मामला गोगुंदा क्षेत्र के वीरपुरा ग्राम पंचायत के राजस्व ग्राम आमरी, टेपरों का बोर का है। दोनों गांवों में योजना के तहत विद्युतीकरण (electrification) कार्य जनवरी से चल रहा है। इसके तहत गांव तक विभाग ने पोल भी खड़े कर दिए और लाइनें भी खींच दी। कुछ पोल वन विभाग की जमीन में आने के कारण कार्य रुका तो स्थानीय जनप्रतिनिधियों के दखल से एनओसी मिल गई। इसके बाद कार्य पुन: शुरू हुआ और पूरा भी हो गया। कनेक्शन देने की बारी आई तो लोगों को सौर ऊर्जा के कनेक्शन दिए जाने लगे। इसका विरोध करने के बावजूद अधिकारी अपनी मनमर्जी करते हुए सौर ऊर्जा के कनेक्शन ही जारी कर रहे हैं।
शिकायत की
दोनों गांवों में लोगों को जबरन सौर ऊर्जा के कनेक्शन थमाए जा रहे हैं, जबकि इन गांवों में बिजली की लाइन खींच दी गई है। सौर ऊर्जा के उपकरण इतने घटिया है कि एक माह में खराब हो रहे हैं। इस संबंध में अधिकारियों को शिकायत की है।
– कालूराम गमेती, सरपंच, वीरपुरा
दोनों गांवों में लोगों को जबरन सौर ऊर्जा के कनेक्शन थमाए जा रहे हैं, जबकि इन गांवों में बिजली की लाइन खींच दी गई है। सौर ऊर्जा के उपकरण इतने घटिया है कि एक माह में खराब हो रहे हैं। इस संबंध में अधिकारियों को शिकायत की है।
– कालूराम गमेती, सरपंच, वीरपुरा
बिना जानकारी लगाई सोलर लाइट
विभाग ने बिना जानकारी के सौर ऊर्जा की लाइटें लगा दी, जबकि गांव मे पोल खड़े होकर लाइन खींची गई है। ग्रामीण लम्बे समय से विद्युत कनेक्शन के इंतजार में है, वहीं विभाग इन्हें चक्कर कटवा रहा है ।
– पुष्कर तेली, प्रधान पंचायत समिति गोगुंदा
विभाग ने बिना जानकारी के सौर ऊर्जा की लाइटें लगा दी, जबकि गांव मे पोल खड़े होकर लाइन खींची गई है। ग्रामीण लम्बे समय से विद्युत कनेक्शन के इंतजार में है, वहीं विभाग इन्हें चक्कर कटवा रहा है ।
– पुष्कर तेली, प्रधान पंचायत समिति गोगुंदा
अब तय करेंगे कौनसा कनेक्शन दें
वीरपुरा पंचायत में विद्युत कनेक्शन को लेकर उच्चधिकारियों से बात कर तय किया जा रहा है कि गांव में विद्युत या सौर ऊर्जा में से कौनसा कनेक्शन दें।
– मुकेश, सहायक अभियंता, दीनदयाल ग्राम ज्योति योजना, उदयपुर।