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उदयपुर में सरपंचों ने सांसद को बीच रास्ते में रोका, इन अधिकारियों की मिलीभगत से उठाया पर्दा

locationउदयपुरPublished: May 25, 2018 12:15:45 pm

पीडब्ल्यूडी के निर्माण कार्य की गुणवत्ता पर सवाल उठाते हुए विभागीय अधिकारियों की मिलीभगत से घटिया निर्माण के आरोप लगाए।

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सरपंचों ने सांसद को रोक बताया घटिया निर्माण

फलासिया. सांसद अर्जुनलाल मीणा गुरुवार दोपहर फलासिया पंचायत समिति क्षेत्र की बिरोठी पंचायत पहुंचे। बिरोठी से आमलिया जाते समय आमलेटा घाटे में सरपंचों ने सांसद को रूकवाकर घाटे में घटिया निर्माण कार्य बताए। पीडब्ल्यूडी के निर्माण कार्य की गुणवत्ता पर सवाल उठाते हुए विभागीय अधिकारियों की मिलीभगत से घटिया निर्माण के आरोप लगाए।

सांसद ने मौके से ही कलक्टर को वस्तुस्थिति से अवगत करवाते हुए जांच के साथ ही लंबे समय से जमे दोषी अधिकारियों के खिलाफ कठोर कार्रवाई के निर्देश दिए। सांसद अर्जुन मीणा ने गुरुवार को फलासिया पंचायत समिति क्षेत्र का दौरा करते हुए बिरोठी, आमलिया व गरणवास पंचायतों में विभिन्न कार्यों के लोकार्पण किए। बिरोठी के बाद आमलिया में गौरव पथ, गरणवास में कक्षाकक्ष का लोकार्पण किया।
बिरोठी में सरपंच कृष्णा देवी गमार की मौजूदगी में सांसद मीणा ने नयागांव में सामुदायिक भवन का शिलान्यास, बिरोठी में डामरीकण को लोकार्पण व पंचायत अन्तर्गत बनाए गए गौरव पथ का लोकापर्ण किया। इसके बाद सभा को संबोधित किया। सांसद के दौरे में पूर्व विधायक बाबूलाल खराड़ी, भंवरसिंह पंवार, भोपालसिंह शक्तावत, भाजपा मण्डल अध्यक्ष रतनलाल गुर्जर मौजूद रहे। सभा में मण्डल महामंत्री गणपत सिंह, संजय जैन, मांगी लाल पटेल, केशुलाल गमार भी मौजूद थे।

की घोषणाएं
बिरोठी की सभा में सांसद मीणा ने एक महीने में पानरवा से बिरोठी-ओगणा होते हुए उदयपुर तक रोडवेज बस प्रारंभ करवाने, रोहिमाला पुल का निर्माण करवाने की घोषणा की।


जनता में आक्रोश
आमलेटा घाटे में कोल्यारी सरपंच मोहनलाल और भैंसाणा सरपंच लालूराम ने सांसद को रूकवाया। सरपंचों ने विकट मोड वाले आमलेटा घाटे में लोक निर्माण विभाग की ओर से करवाए गए कार्यों की गुणवत्ता पर आक्रोश जताया। बताया कि ठेकेदार ने कार्य की तकनीकी गुणवत्ता को नजरअंदाज करते हुए, जहां आवश्यक था उस स्थान की बजाय अनावश्यक निर्माण कर लिया। दो माह पूर्व सरपंचों ने एक्सईएन को शिकायत भी की, लेकिन कार्रवाई नहीं हुई।

तीस प्रतिशत न्यून दर का काम कैसे?
सरपंचों ने बताया कि आमलेटा घाटा में करवाए गए निर्माण कार्य की निविदा में बीस लाख रुपए का निर्माण कार्य था, जिसे ठेकेदार ने तीस प्रतिशत न्यून दर पर लिया। इसमें भी यदि बारह प्रतिशत जीएसटी भी जोड़ दी जाए तो महज 58 प्रतिशत राशि से निर्माण कार्य करवाया जाना ही रह जाता है। मिलीभगत के चलते ही विभाग की निविदाओं में अमूमन बीस प्रतिशत से भी ज्यादा न्यून दर पर ठेकेदार काम करने को तैयार हो जाते हैं।

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