है ना आश्चर्यजनक! इनकी विशेषता से बनता है प्रतिदिन 10 लाख लीटर गरम जल, होती है 80 फीसदी ऊर्जा की बचत
उदयपुर. saving energy चैंबर ऑफ कॉमर्स एंड इंडस्ट्री की ओर से शनिवार को आयोजित ऊर्जा का संरक्षण विषयक संगोष्ठी में वक्ताओं ने बढ़ चढ़कर भागीदारी निभाई। सेमिनार में ब्रह्माकुमारी संस्थान के बीके शिवम ने गैर परम्परागत तरीकों से ऊर्जा का उत्पादन करने के विभिन्न माध्यमों के बारे में उद्योग एवं व्यवसाय से जुड़े उद्यमियों को तकनिकी जानकारी प्रदान की। कार्यक्रम का शुभारंभ करते हुए चैंबर अध्यक्ष रमेश सिंघवी ने विषय विशेषज्ञों के बीच कहा कि पावर कट एवं बिजली की लगातार बढ़ती हुई दरों के चलते उद्योग जगत के लिए यह जरूरी हो गया है कि ऊर्जा के अन्य विकल्पों की तलाश करें। ब्रह्माकुमारी संस्थान के योगेश ने सेमिनार का संक्षिप्त परिचय प्रस्तुत करते हुए बताया कि पेशे से मैकेनिकल इंजीनियर बीके शिवम का 80 प्रतिशत तक ऊर्जा की बचत के साथ 10.5 लाख लीटर गरम जल का प्रतिदिन उत्पादन करने वाले देश के सबसे बडे वाटर सप्लाई सिस्टम के इनचार्ज हैं। यह संयंत्र उष्मा का स्थानांत्रण हवा से जल को किए जाने की तकनीकी पर कार्य करता है। सेमिनार के दौरान शिवम ने पावर पॉइन्ट प्रेजेंटेशन के माध्यम से एनर्जी सेविंग हॉट वाटर सप्लाई सिस्टम के बारे में जानकारी दी। वातावरण की हवा से जल को गर्म करने के लिए प्रयुक्त हीट ट्रांसफर टैक्नोलॉजी के तकनीकी पहलुओं पर विचार व्यक्त किए। शिवम ने बताया कि पैराबोला (वलयाकार) दर्पण द्वारा सूर्य की किरणों को केन्द्रित कर उष्मा का उत्पादन किया जाता है। सेमिनार की द्वितीय सत्र में ब्रह्मा कुमारी की सिस्टर सौम्या ने प्रतिभागियों से वर्क परफोरमेंस बढ़ाने के लिए शांत मन से कार्य करने के लिए आह्वान किया। saving energy सेमिनार में वॉलकेम इण्डिया, उदयपुर सीमेन्ट वक्र्स, आर.के. फॉसफेट्स, राजस्थान बैराईट्स, कुंदन स्विचगियर्स, अजीत मार्बल्स, कुन्दन इलेक्ट्रीकल कम्पोनेन्ट्स, नवजीवन होटल, पर्ण कुटी होटल, अहर्म एकेडमी सहित अन्य संगठनों के प्रतिनिधयों ने उपस्थिति दर्ज कराई।