प्रन्यास के सचिव चन्द्रशेखर दाधीच ने बताया कि अभिजीत मुहूर्त में दोपहर 12.15 बजे विशेष पूजा-अर्चना के उपरान्त रजत पालकी में महाकालेश्वर के श्रीविग्रह रूप को विराजमान कर मंदिर सभागार से मंदिर परिक्रमा पथ से होते हुए मंदिर परिसर में स्थित नक्षत्र वाटिका में भगवान महाकालेश्वर को वन भ्रमण कराया जाएगा, जहां पूजा-अर्चना कर आरती की जाएगी। बाद में पुन: पालकी मंदिर सभा मण्डप में लाई जाएगी जहां आरती की जाएगी। श्रावण महोत्सव समिति प्रबंधक दीक्षा भार्गव ने भक्तजनों को मंदिर में फूल-माला, प्रसाद इत्यादि नहीं लाने की अपील की।
इधर, शिव दल मेवाड़ की ओर से भी सावन माह के दूसरे सोमवार को फतहसागर स्थित नीलकंठ महादेव मंदिर में भव्य आयोजन होंगे। शिव दल प्रमुख मनीष मेहता ने बताया कि धार्मिक अनुष्ठानों के बाद महादेव की सवारी निकाली जाएगी। नीलकंठ महादेव को वन भ्रमण कराया जाएगा। सवारी के भक्तों को ऑनलाइन दर्शन कराए जाएंगे ।
इधर, शिव दल मेवाड़ की ओर से भी सावन माह के दूसरे सोमवार को फतहसागर स्थित नीलकंठ महादेव मंदिर में भव्य आयोजन होंगे। शिव दल प्रमुख मनीष मेहता ने बताया कि धार्मिक अनुष्ठानों के बाद महादेव की सवारी निकाली जाएगी। नीलकंठ महादेव को वन भ्रमण कराया जाएगा। सवारी के भक्तों को ऑनलाइन दर्शन कराए जाएंगे ।