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हर दिन कोरोना के खतरे से ‘खेल, रहे स्कूली बच्चे, कोई नहीं है देखने वाला

locationउदयपुरPublished: Mar 07, 2021 08:32:55 am

Submitted by:

bhuvanesh pandya

– शुक्रवार को मिल चुके हंै २5 बच्चे संक्रमित
– अधिकांश की ना कोई मॉनिटरिंग, ना कोरोना प्रोटोकॉल का पूरा पालन- इधर, जिला कलक्टर दे रहे नियमों की पालना के निर्देश, धरातल पर वहीं हाल

हर दिन कोरोना के खतरे से 'खेल, रहे स्कूली बच्चे, कोई नहीं है देखने वाला

हर दिन कोरोना के खतरे से ‘खेल, रहे स्कूली बच्चे, कोई नहीं है देखने वाला

भुवनेश पंड्या

उदयपुर. सरकार ने सरकारी व निजी स्कूल के द्वार तो खोल दिए, लेकिन स्कूली बच्चे रोजाना कोरोना संक्रमण के बीच खतरे से ‘खेल, रहे हैं। अधिकांश स्कूलों में ना तो कोरोना गाइड लाइन की पूरी पालना हो रही है और ना ही इन स्कूलों की कोई मॉनिटरिंग करने वाला है। मल्लातलाई अम्बामाता राजकीय प्रज्ञा चक्षु उच्च माध्यमिक विद्यालय से शुक्रवार को एक साथ 28 संक्रमित मिले। इसमें 25 बच्चे शामिल थे। अचानक इस तरह से बच्चों में संक्रमण सामने आने के बाद सकते में आए जिला प्रशासन ने विभागांें के लिए एक के बाद एक कई आदेश जारी किए, लेकिन शनिवार को फिर वही ढाक के तीन पात वाली कहावत चरितार्थ हुई। अधिकांश स्कूलों में कोरोना नियमों का पालन नहीं हुआ तो लापरवाह स्कूलों की मॉनिटरिंग करने की किसी ने जहमत नहीं उठाई।
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नहीं छोड़ते दफ्तर
शिक्षा विभाग के अधिकारी दफ्तर छोड़ बाहर जाने को ही तैयार ही नहीं हैं, तो चिकित्सा विभाग भी संक्रमण फैलता देख रेंडम सेंपलिंग के लिए राजी हुआ है। हालात ये है कि प्रशासनिक स्तर पर अधिकारी केवल बैठक में शामिल होकर कागजी आदेश निकाल काम की इतिश्री कर रहे हंै। धरातल पर कोई देखने वाला नहीं है। ना तो स्कूलों की जांच का शिक्षा विभाग ने अधिकारियों का कोई रोस्टर तैयार किया है और ना ही किसी स्कूल के निरीक्षण की कोई खास तैयारी की है।
– कुछ स्कूल जरूर नियमों की पालना का प्रयास कर रहे हैं, लेकिन ज्यादातर के हाल एेसे ही है।
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ये हैं हालात-
– गुरु गोविन्द सिंह स्कूल में मध्यान्तर में अधिकांश बच्चों ने मास्क नहीं लगा रखा था, तो किसी भी प्रकार की कोई सोशय्ल डिस्टेंसिंग की पालना नहीं हो रही थी, यहां कोई भी शिक्षक परिसर में बच्चों का ध्यान रखने के लिए नहीं था।
– सरदारपुरा स्थित सेंट्रल एकेडमी स्कूल के बाहर निकलते हुए कई विद्यार्थियों ने मास्क नहीं पहने थे और ना ही सोशल डिस्टेंसिंग की पालना ही की जा रही थी, बच्चे पूरी तरह से भीड़ से निकल रहे थे।
– अलीपुरा स्थित सेंट पॉल स्कूल में नियमों की पालना नजर आई, प्रवेश द्वार पर दो सुरक्षाकर्मी व एक कार्मिक बच्चों को दूर-दूर कतारबद्ध बाहर जाने के लिए भेज रहे थे, स्कूल के बाहर भीड़ नहीं थी।
– रेजिडेंसी स्कूल में सभी बच्चों ने एक कक्षा में मास्क पहन रखे थे, बच्चे दूर-दूर बैठकर पढ़ते दिखे।
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ये अभिभावक भी बच्चों को समझाएं ….
– बच्चे स्कूल से बाहर निकलने के साथ ही मास्क निकालकर घूमने लग जाते हैं, एेसे में संक्रमण की आशंका बढ़ जाती है।
– एक दूसरे के घरों के आसपास रहने वाले बच्चे साथ ही आते जाते हैं, लेकिन वे कोरोना नियमों का पालन नहीं करते है।
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पत्रिका ने चेताया था
पत्रिका ने पहले चेताया था कि जिले में एक्टिव मरीजों की संख्या के लिहाज से हम प्रदेश अच्छी स्थिति में नहीं है, तो लगातार बढ़ते मामले चिंता का विषय है।
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जहां ज्यादा नामांकन वहां दो पारी में स्कूल संचालन

स्कूलों के लिए सख्ती बरतना शुरू किया है, सभी अधिकारियों को भी निरीक्षण के निर्देश दिए है। सभी से व्यवस्थाओं के फोटोग्राफ भी मांगे जा रहे है, लगातार गलती पर नोटिस दे रहे हैं। कोरोना संक्रमण की पालना के लिए हर संभव प्रयास कर रहे हैं।
शिवजी गोड, मुख्य जिला शिक्षा अधिकारी, उदयपुर
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