सूचना मिलने पर एसडीएम पहुंची। यहां एके सरकार नामक नीम हकीम क्लीनिक चला रहा था। मौके पर दवाएं और उपचार के उपकरण आदि मिले। फलासिया थाना और चिकित्सा विभाग को सूचना देकर मौके पर बुलाया। कार्रवाई के दौरान बीसीएमओ धर्मेन्द्र गरासिया को भी मौके पर बुलाकर दवा और सामग्री जब्त की। थानेदार और सीएचसी के चिकित्सक अशोक ने जब्त सामग्री और आरोपी को थाने ले गए। पुलिस आरोपी को हिरासत में लेकर पूछताछ कर रही है। दवा की जांच उदयपुर से ड्रग इस्पेक्टर के आने के बाद हो पाएगी।
झोलाछाप बोले – हम स्वास्थ्य कार्यकता गोगुंदा क्षेत्र में अवैध क्लीनिक चला रहे झोलाछाप के गलत उपचार के बाद एक महिला और मासूम बच्ची की मौत के बाद हो रहे विरोध और कार्रवाई के डर से नीम हकीम भागते फिर रहे हैं। झोलाछाप चिकित्सकों ने एसडीएम से मिल सामुदायिक स्वास्थ्य कार्यकर्ता होने की बात कही। एसडीएम ने सख्त लहजे में किसी तरह के इलाज नहीं करने के निर्देश देेते हुए ब्लॉक सीएमएचओ से तथ्यात्मक रिपोर्ट मांगी है।
सामुदायिक स्वास्थ्य कार्यकर्ता के बहाने झोलाछाप प्रत्येक गांव में दुकानें लगाकर स्वास्थ्य के साथ खिलवाड़ कर रहे हैं। हर बार की तरह मौसमी बीमारियों में इनके गलत उपचार से मौतें हो जाती है। चिकित्सा विभाग दिखावे की कार्रवाई कर देता है। कुछ समय के लिए ये भूमिगत हो जाते हैं। फिर हालात सामान्य होने पर पुन: निकल आते हैं।
सामुदायिक स्वास्थ्य कार्यकर्ता के बहाने झोलाछाप प्रत्येक गांव में दुकानें लगाकर स्वास्थ्य के साथ खिलवाड़ कर रहे हैं। हर बार की तरह मौसमी बीमारियों में इनके गलत उपचार से मौतें हो जाती है। चिकित्सा विभाग दिखावे की कार्रवाई कर देता है। कुछ समय के लिए ये भूमिगत हो जाते हैं। फिर हालात सामान्य होने पर पुन: निकल आते हैं।
सामुदायिक स्वास्थ्य कार्यकर्ता होने व व्यवसायिक कोर्स के कागज लेकर ये आए थे। सख्त लहजे में कहा है कि किसी तरह की दवा रखना और इलाज करना गलत है। ब्लॉक सीएमएचओ से तथ्यात्मक रिपोर्ट मांगी है।
जितेन्द्र पांडे, एसडीएम, गोगुंदा
सामुदायिक स्वास्थ्य कार्यकर्ता केवल मरहम पट्टी कर सकता है। इलाज करने व दुकानों पर दवा मिलने पर कार्रवाई की जाएगी।
डॉ. ओपी रायपुरीया, ब्लॉक सीएमएचओ, गोगुंदा
सामुदायिक स्वास्थ्य कार्यकर्ता केवल मरहम पट्टी कर सकता है। इलाज करने व दुकानों पर दवा मिलने पर कार्रवाई की जाएगी।
डॉ. ओपी रायपुरीया, ब्लॉक सीएमएचओ, गोगुंदा