कस्बे की प्यास बुझाने वाले तीन कुओं में पानी की कमी से झाड़ोल के मोहल्लों में नियमित जलापूर्ति नहीं हो रही है। हवेली के पीछे, लीलावास नदी किनारे और श्मशान घाट के किनारे स्थित कुओं में पानी कम पड़ गया है। बरसात व सर्दी के दिनों में नदी के जल स्तर के मुताबिक इन कुओं में पर्याप्त पानी मिलता है। मई-जून महीने में कुओं में पानी की कमी के बीच पहले की जलापूर्ति दो दिन में एक बार हुई, जिसे पानी की कमी के बीच चार दिन में एक बार कर दिया गया है।
सरकारी जलापूर्ति सप्लाई में एक समस्या खासे उपभोक्ताओं के लिए चुनौती बनी हुई है। कम दबाव से होने वाली जलापूर्ति के बीच कुछ उपभोक्ता चोरी छिपे घर में बुस्टर का उपयोग कर रहे हैं। इससे सामान्य उपभोक्ताओं को 4 दिन में मिलने वाली सप्लाई में भी दो से तीन मटकी पानी ही मिल पा रहा है।
सत्ती चौराहा, पोस्ट ऑफिस मार्ग, अम्बिका रोड, मुख्य बाजार, सदर बाजार, हेडगेवार मार्ग, सरकारी क्वार्टर क्षेत्र, पटेलवाड़ा, कुम्हारवाड़ा, पनघट मार्ग, पूजा कॉलोनी, नई कॉलोनी, कोट चौराहा सहित अन्य मोहल्लों में चार दिन में होने वाली जलापूर्ति भी नियमित नहीं पहुंच पा रही है। ग्रामीणों की ओर से इन इलाकों में टैंकर से जलापूर्ति कराने की मांग की गई है।
फिलहाल नहीं समस्या
झाड़ोल में जलापूर्ति की समस्या फिलहाल नहीं है। कुओं में पानी की कमी के बीच मानसी वाकल बांध से जलापूर्ति हो रही है। समस्या वाले इलाकों में टैंकर के माध्यम से सप्लाई होगी।
सुबोध कुमार, सहायक अभियंता, पीएचईडी झाड़ोल