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राजकीय मीरा कन्या महाविद्यालय में समाजशास्त्री डॉ. अंजू बेनीवाल का कहना है कि दिखावे की प्रवृत्ति ने युवा वर्ग के मन-मस्तिष्क को इतना ज्यादा प्रभावित कर दिया है कि वे इससे होने वाले परिणामों से अनभिज्ञ है। युवा वर्ग सोशल मीडिया पर अधिक से अधिक लाइक्स व कमेंट्स प्राप्त करने के पश्चात् इस प्रकार के कृत्य करने के लिए प्रेरित होता है तथा अन्य लोगों के लिए तथाकथित प्रेरणा स्त्रोत भी बनता है। लोग व्यक्ति की तस्वीर की बजाय उसके बैक ग्राउंड को अधिक चर्चा का विषय बनाते हैं व तारीफ करते हैं। जिसके कारण तस्वीर लेने के दौरान स्थान का महत्व बढ़ जाता है। युवा अक्सर चुनौतीपूर्ण स्थलों का चुनाव सेल्फी लेने के लिए करते हैं। युवाओं में भय की भावना कम होती है अत: वे खतरनाक स्थलों का चुनाव करने से डरते नहीं हैं और ऐसे स्थलों पर सेल्फी लेने को शान समझते हैं। कुछ नया दिखाने व करने की चाह न केवल व्यक्ति को बल्कि अन्य लोगों को भी मुसीबत में डाल देती है।
राजकीय मीरा कन्या महाविद्यालय में समाजशास्त्री डॉ. अंजू बेनीवाल का कहना है कि दिखावे की प्रवृत्ति ने युवा वर्ग के मन-मस्तिष्क को इतना ज्यादा प्रभावित कर दिया है कि वे इससे होने वाले परिणामों से अनभिज्ञ है। युवा वर्ग सोशल मीडिया पर अधिक से अधिक लाइक्स व कमेंट्स प्राप्त करने के पश्चात् इस प्रकार के कृत्य करने के लिए प्रेरित होता है तथा अन्य लोगों के लिए तथाकथित प्रेरणा स्त्रोत भी बनता है। लोग व्यक्ति की तस्वीर की बजाय उसके बैक ग्राउंड को अधिक चर्चा का विषय बनाते हैं व तारीफ करते हैं। जिसके कारण तस्वीर लेने के दौरान स्थान का महत्व बढ़ जाता है। युवा अक्सर चुनौतीपूर्ण स्थलों का चुनाव सेल्फी लेने के लिए करते हैं। युवाओं में भय की भावना कम होती है अत: वे खतरनाक स्थलों का चुनाव करने से डरते नहीं हैं और ऐसे स्थलों पर सेल्फी लेने को शान समझते हैं। कुछ नया दिखाने व करने की चाह न केवल व्यक्ति को बल्कि अन्य लोगों को भी मुसीबत में डाल देती है।
READ MORE: छात्रसंघ चुनाव: महंगी पड़ी चुनावी मदद, पुलिस ने पहुंचा दिया हवालात इन बातों का रखें ख्याल – इन घटनाओं को रोकने के लिए बारिश में पिकनिक पर जाते समय माता-पिता को चाहिए कि वे अपने बच्चों को अच्छे से समझा कर भेजें कि वे ऐसे स्थानों पर जाकर सेल्फी या फोटो लेने से बचें जहां से गिरने व फिसलने का डर हो।
– पानी के बहाव का ध्यान रखा जाना चाहिए। तेज प्रवाह वाले स्थानों के मध्य खड़ा होकर सेल्फी लेने से बचना चाहिए।
– पुराने किलों व पुरानी इमारतों पर खड़े होकर सेल्फी नहीं लेनी चाहिए।
– बैकग्राउंड की खूबसूरती को समेटने का प्रयास कहीं आपकी व आपके अपनों की जिंदगी को बद्सूरत ना कर दें इस बात का ख्याल सदैव रखा जाना चाहिए।
– प्रशासन को ऐसे खतरनाक डेस्टीनेशंस पर सुरक्षा के पुख्ता इंतजाम करने चाहिए तथा चेतावनी बोर्ड भी लगवाने चाहिए।
– प्रतिबंधित जोन पर सेल्फी लेेने पर जुर्माना भी लिया जाना चाहिए। सेल्फी लेना गलत नहीं है लेकिन आवश्यकता से अधिक व खतरनाक स्थानों व पॉजीशन में लेना गलत है।
– पानी के बहाव का ध्यान रखा जाना चाहिए। तेज प्रवाह वाले स्थानों के मध्य खड़ा होकर सेल्फी लेने से बचना चाहिए।
– पुराने किलों व पुरानी इमारतों पर खड़े होकर सेल्फी नहीं लेनी चाहिए।
– बैकग्राउंड की खूबसूरती को समेटने का प्रयास कहीं आपकी व आपके अपनों की जिंदगी को बद्सूरत ना कर दें इस बात का ख्याल सदैव रखा जाना चाहिए।
– प्रशासन को ऐसे खतरनाक डेस्टीनेशंस पर सुरक्षा के पुख्ता इंतजाम करने चाहिए तथा चेतावनी बोर्ड भी लगवाने चाहिए।
– प्रतिबंधित जोन पर सेल्फी लेेने पर जुर्माना भी लिया जाना चाहिए। सेल्फी लेना गलत नहीं है लेकिन आवश्यकता से अधिक व खतरनाक स्थानों व पॉजीशन में लेना गलत है।