यह हकीकत है उदयपुर शहर से करीब 35 किलोमीटर दूर गांव आसोलिया की मादड़ी के राव परिवार की, जिसे गांव वाले सेना वाला परिवार के नाम से भी जानता, पुकारता है। शुरुआत ले. कर्नल केसर सिंह राव ने की। परिवार के सबसे बड़े भाई सेना तक पहुंचे तो पीछे-पीछे उनके दोनों छोटे भाई सूबेदार भीमसिंह राव और ले. कर्नल गुमानसिंह भी सुरक्षा और देश सेवा की सीमा को चूमने पहुंच गए।
कर्नल गुमानसिंह की बेटी प्रियंवदा राव भी एयर फोर्स में पहुंच गई। वायुसेना में फ्लाइट लेफ्टिनेट पद पर गुवाहाटी में सेवारत है। वर्तमान में गुमानसिंह जिला सैनिक कल्याण अधिकारी उदयपुर के पद पर कार्यरत है। सिंह ने बताया कि वह अपनी एक और बेटी को भी सेना में ले आते, उसकी भी खूब तमन्ना थी, लेकिन यहां सफलता नहीं मिल सकी।