उदयपुर

दिखने में चकाचक भवन, लेकिन स्टाफ की कमी

स्टाप की कमी के कारण नहीं आते रोगी, बड़ावली पीएचसी

उदयपुरOct 15, 2019 / 02:17 am

Pankaj

दिखने में चकाचक भवन, लेकिन स्टाफ की कमी

सराड़ा . सरकार की ओर से नि:शुल्क दवा, नि:शुल्क जांच समेत कई तरह की चिकित्सा योजनाएं संचालित है, लेकिन ग्रामीण स्तर पर स्थिति दयनीय है। बरसात के साथ ही जल जनित मौसमी बीमारियों के प्रकोप से हर कोई आहत है, वहीं सरकारी तौर पर चिकित्सा सुविधाओं का भारी अभाव है। इसी को लेकर राजस्थान पत्रिका ने हर गांव-कस्बे तक पहुंचकर पड़ताल की है। बड़ावली पीएचसी की रिपोर्ट-
आमजन को समय पर उपचार मिले और सभी सेहतमंद रहे, इसी को लेकर स्वास्थ्य योजनाओं पर बजट खर्च होता है। भवन चकाचौंध हो और उपचार करने के लिए स्टाफ ही नाम मात्र का हो तो भला मरीज क्यों आएंगे। स्थिति है सराडा उपखण्ड स्थित बड़ावली पीएचसी की। जहां स्टाफ की कमी के कारण ही आमजन को उपचार नहीं मिल पा रहा है। लिहाजा मरीज यहां आने से बचते हैं।
बड़ावली गांव में लंबे इन्तजार के बाद वर्ष 2016-17 में पीएचसी की सौगात मिली। भवन का निर्माण हुआ, लेकिन स्टाफ की कमी सभी को खटक रही है। भवन निर्माण में भी घटिया सामग्री का उपयोग किया गया, जिसका नतीजा बरसात में दिख गया। भवन में कई जगहों पर पानी टपकता रहा।
इनका कहना
अस्पताल में स्टाफ की कमी को लेकर विभाग के अधिकारियों के साथ-साथ क्षेत्र के जनप्रतिनिधियों से संपर्क किया गया। केवल आश्वसन के अलावा आज तक कुछ नहीं मिला।
मोगजी मीणा, सरपंच, बड़ावली
सरकार ने अस्पताल तो खोला, लेकिन पूरा स्टाफ नहीं देने से लोगों को कोई लाभ नहीं मिल पा रहा। लोग आज भी उपचार कराने को सराड़ा, सेमारी, उदयपुर, सलूम्बर जाने को मजबूर है।
भगवतसिंह राठौड़, उपसरपंच, बड़ावली
स्टाफ की कमी को लेकर कई बार उच्चाधिकारियों को लिखित और मौखिक बता चुका हूं, लेकिन आज तक पूरा स्टाफ नहीं मिला।
डॉ. दिनदयाल प्रजापत, चिकित्सा अधिकारी, बड़ावली
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