दो छोटे बच्चों को है मां के स्वस्थ्य होने का इंतजार मीना हर दूसरे दिन डायलिसिस करवा रही है। उसकी बहने पारसकुंवर व यशोदाकुंवर उसके साथ आती है, तो क ाी कोई और परिजन उसकी मदद के लिए पहुंचता है। अब तक उपचार के लिए दस ला ा रुपए ार्च हो चुके हैं। मीना के दो बच्चे युवराज (१०) और संजना आठ वर्ष की है। मीना का अब तक जमीन और जेवर तक बिक चुके हैं।
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पति किडऩी देने को हैं तैयार मीना के पति मोहनसिंह अपनी पत्नी को किडऩी देने के लिए तैयार हैं। लेकिन किडऩी देने से लेकर जांच व ट्रांसप्लान्ट तक ला ाों रुपए ार्च होंगे, एेसे में पति व पत्नी दोनों लोगों से मदद का आग्रह कर रहे हैं। बहन पारसकुंवर ने बताया कि वे पांच बहने हैं। इनमें से चार की शादी हो चुकी है। मीना के पिता चतरसिंह ामनोर निवासी है, नाथद्वारा में निजी होटल में सुरक्षाकर्मी हैं। मां कंकु बाई गृहणी है। मीना के पति मोहनसिंह बेरोजगार हैं।