कोरोना वायरस प्रकोप के डर से अपने घर लौटे प्रवासियों के कारण सिक्सलेन का काम अटका
उदयपुरPublished: May 30, 2020 04:27:39 pm
सिक्सलेन निर्माण कार्य में अधिकांश श्रमिक यूपी और बिहार के होने से भटेवर बाईपास पर काम ठप
हेमन्त गगन आमेटा/भटेवर. विश्वव्यापी कोरोना वायरस प्रकोप के डर से मजबूर होकर कई प्रवासी नागरिक अपने-अपने घरों की ओर लौट गए हैंं। कोरोना आपदा की वजह से देश भर में लॉकडाउन के चलते सरकार के निर्देशानुसार कई श्रमिक वर्ग और दिहाड़ी मझदूरोंं को अपने घर भेज दिया गया। इस आपदा के कारण खासकर श्रमिक वर्ग सबसे ज्यादा प्रभावित हुआ और दो वक्त की रोजी रोटी की जुगाड़ नहींं होने से आखिकार थक हार कर श्रमिकों को अपने गांंवों में बैरंग लौटना पड़ गया। इस आपदा से घर लौटे श्रमिको की वजह से सिक्सलेन विस्तार प्रोजेक्ट पर भी खास प्रभाव पड़ा है। सिक्सलेन निर्माण कार्य में अधिकांश श्रमिक यूपी बिहार के होने और अब उनके घर लौटने से सिक्सलेन निमार्ण कार्य रूक गया है। राजस्थान के साथ कई राज्यों में पेट की आग बुझाने और दो वक्त की रोटी के लिए यूपी बिहार के श्रमिक हाड़ मेहनत कर काम करते आ रहे हैंं। वहींं राष्ट्रीय राजमार्ग प्राधिकरण द्वारा शुरू किए सिक्सलेन निर्माण कार्य में उदयपुर से लगाकर चित्तौड़ तक सडक़ोंं पर यूपी बिहार के लोग ही काम करते हुई दिखाई दे रहे हैंं वहींं भटेवर के पास हाईवे निर्माण कार्य कर रही रवि ईन्फ्राबिल्ड प्रोजेक्ट लिमिटेड कम्पनी में भी अधिकांश श्रमिक इन राज्यों के ही है। कोरोना के डर के आगे इन श्रमिकोंं को मजबूूर होकर अपने घर लौटने से अब भटेवर बाईपास चौराहा पर सिक्सलेन निर्माण के दौरान सर्विस लाईन निर्माण और हाईवे के पास पानी निकासी के नाले एवं ऑवरब्रिज पर स्ट्रीट लाइटों का काम ठप पड़ हुआ है। कोरोना आपदा आने से करीबन ढाई माह से बाईपास पर काम अटका पड़ा हुआ है। कोरोना संकट नही आता तो सिक्सलेन का काम कब का पूरा हो जाता था। हालांकि स्थानीय श्रमिकोंं द्वारा सडक़ के बीचोंंबीच डिवाइडर पर पेड़ पौधोंं को पानी देना, पेड़ोंं की कटाई सहित छोटे मोटे काम किए जारहें है लेकिन बड़े काम बिलकुल बंद हो गए हैंं।