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बढ़ते डेल्टा वेरिएंट के मरीजों व डेल्टा प्लस के डर के बीच धीमा टीकाकरण पैदा कर सकता है बड़ा खतरा

locationउदयपुरPublished: Jul 05, 2021 06:31:47 am

Submitted by:

bhuvanesh pandya

वैक्सीन के अभाव में आ रही परेशानी

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वैक्सीन के अभाव में आ रही परेशानी

भुवनेश पंड्या

उदयपुर. जिले में डेल्टा वेरिएंट पांव पसारने लगा है, ऐसे में भीड़ भरे क्षेत्रों में लोगों का जमावड़ा तो टीकाकरण की धीमी गति बड़ी परेशानी पैदा कर सकती है। दूसरी ओर लोगों के मन में अब डेल्टा प्लस का भी डर घर करने लगा है। सुखद ये है कि अब तक डेल्टा प्लस हमसे दूर है, लेकिन समझना ये भी होगा कि कब तक ? खास बात ये है कि कोरोना से बचने के दो तरीके हैं, इसमें कोरोना प्रोटोकॉल का पालन तो दूसरा टीकाकरण। इस स्थिति में शहर खुलने के बाद लोग प्रोटोकॉल का कितना पालन कर रहे हैं इसकी तस्वीर सबके सामने हैं, तो अब कोरोना से लडऩे के लिए हमारे पास सबसे बड़ा हथियार टीकाकरण है, यदि उसकी चाल धीमी होगी तो बड़ा खतरा पैदा हो सकता है। जिले में 23 लाख टीके लगाने का लक्ष्य हैं, जबकि अब तक करीब पौने 11 लाख लोगों का ही टीकाकरण हो पाया है, जबकि टीकाकरण शुरू हुए छह माह हो गए है, यदि इसी गति से टीके लगे तो एक साल से अधिक समय सभी लोगों को वैक्सीन लगने तक होगा।
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कम-कम आ रही है वैक्सीन
– उदयपुर में अब वैक्सीन बेहद कम मात्रा में आ रही है। जो डोज सरकार भेजती है, वह एक या दो दिन में समाप्त हो रही है, जबकि फिलहाल बड़ी संख्या में टीकाकरण बाकी है। आने वाले दिनों में यदि कोरोना का कोई नया वेरिएंट (रूप बदलकर आने वाला वायरस) सामने आता है तो इससे बचाव के संसाधन जुटाना आसान नहीं है। यदि समय रहते अधिक से अधिक लोग वैक्सीनेट हो जाते हैं, तो इसका फायदा मिलेगा। लोगों में खतरा कम हो जाएगा।
– अब तक उदयपुर में 65 डेल्टा वेरिएंट के मरीज सामने आ चुके हैं। हालांकि संक्रामक होने के बाद भी इसने ज्यादा तबाही नहीं मचाई है, लेकिन यदि इसमें म्यूटेंट होत है, यानी ये रूप बदलकर नए रूप में आता है या डेल्टा प्लस वेरिएंट का संक्रमण होता है तो संभालना मुश्किल हो सकता है।
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ऐसे हुई टीकाकरण की शुरुआत…
– उदयपुर में 16 जनवरी, 21 को टीकाकरण की शुरुआत हुई थी, इसमें पहले स्वास्थ्य कर्मियों को टीका लगाया गया।

– 3 फरवरी से फ्रंट लाइन वर्कर में शामिल आशा सहयोगिनी व पुलिसकर्मी व अन्य के टीके लगाए गए।
– 1 मार्च को 60 वर्ष से अधिक आयु वर्ग व 45 वर्ष से अधिक उम्र के गंभीर बीमार लोगों के लिए टीकाकरण शुरू किया गया।
– 1 अप्रेल से 45 वर्ष से अधिक आयु वर्ग के लोगों को टीके लगाने शुरू किए गए।
– 1 मई, 2021 से 18 से 44 आयु वर्ग का स्लॉट के माध्यम से टीकाकरण शुरू किया गया।
– 21 जून, 21 को प्रधानमंत्री की घोषणा के बाद सभी आयु वर्ग हटाकर 18 प्लस कर दिया गया है।
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अब तक हुआ टीकाकरण : 10 लाख 76 हजार 269

पहली डोज – 874936
दूसरी डोज – 201333
लक्ष्य- कुल टीकाकरण 23 लाख
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जल्द से जल्द टीकाकरण का प्रयास
प्रयास तो ये ही है कि जल्द से जल्द टीकाकरण हो, ताकि लोग सुरक्षित हो सके। जैसे ही वैक्सीन आती है, हम सभी को तेजी से टीके लगाने की कोशिश करेंगे।
डॉ. अशोक आदित्य, आरसीएचओ, उदयपुर

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