READ MORE : गोगुंदा-मजावद-उभयेश्वर सडक़ निर्माण में चहेतों की स्वार्थसिद्धि, विधायक की सिफारिशों से किनारा, सरपंच की अपील की स्वीकार कृपलानी बुधवार को यूआईटी की ओर से टाइगर हिल क्षेत्र में मुख्य सडक़ पर अंडरपास के लोकार्पण के बाद संबोधित कर रहे थे। उन्होंने अपने अमरीका दौरे का जिक्र भी किया।
कहा कि महाराणा प्रताप का पूरी दुनिया में नाम है। जैसे ही वहां के लोगों को पता चला कि मैं चित्तौडग़ढ़ से आया हूं तो अधिकांश मुझसे मिलने आए। महापुरुषों ने मेवाड़ के लिए जो किया है, वह आने वाली पीढ़ी के लिए अनुकरणीय है, लेकिन हमें अभी भी लगातार काम करना है। उदयपुर प्राकृतिक रूप से बेहद खूबसूरत है, लेकिन इसे बनाय रखने के लिए हमें मेहनत करनी है।
कहा कि महाराणा प्रताप का पूरी दुनिया में नाम है। जैसे ही वहां के लोगों को पता चला कि मैं चित्तौडग़ढ़ से आया हूं तो अधिकांश मुझसे मिलने आए। महापुरुषों ने मेवाड़ के लिए जो किया है, वह आने वाली पीढ़ी के लिए अनुकरणीय है, लेकिन हमें अभी भी लगातार काम करना है। उदयपुर प्राकृतिक रूप से बेहद खूबसूरत है, लेकिन इसे बनाय रखने के लिए हमें मेहनत करनी है।
READ MORE : #BREAKING: उदयपुर में आरोपी ने पुलिस पर फेंका जलता हुआ कपड़ा, किया चाकू से घायल, पहले भी कर चुका है पुलिस के साथ ऐसा ग्रामीण विधायक फूलसिंह मीणा, जिला प्रमुख शांतिलाल मेघवाल, यूआईटी चेयरमैन रवीन्द्र श्रीमाली, मेयर चन्द्रसिंह कोठारी, प्रताप गौरव केन्द्र के संरक्षक के.के. गुप्ता, हरीश राजानी आदि मौजूद थे। बताया गया कि बडग़ांव टाइगर हिल ६० फीट सडक़ पर ४१ लाख रुपए की लागत से अंडरपास बनाया गया है। इसकी लम्बाई १८ मीटर, चौड़ाई ५ मीटर व ऊंचाई ३ मीटर है।
एक घंटे लेट आए मंत्री
मंत्री कृपलानी के पहुंचने का समय अपराह्न ३.३० बजे बताया गया था, लेकिन करीब एक घंटे देरी से आए। वह शाम ४.२५ बजे प्रताप गौरव केन्द्र पहुंचे। उनके स्वागत के लिए स्थानीय नेता, अधिकारी व कार्यकर्ता खडे़-खडे़ थक गए। हालांकि कुर्सियां लगाई गई थी, लेकिन ये कुछ दूरी पर थी। ऐसे में सभी परिसर के बाहरी क्षेत्र में ही मंत्री का इन्तजार करते रहे।
मंत्री कृपलानी के पहुंचने का समय अपराह्न ३.३० बजे बताया गया था, लेकिन करीब एक घंटे देरी से आए। वह शाम ४.२५ बजे प्रताप गौरव केन्द्र पहुंचे। उनके स्वागत के लिए स्थानीय नेता, अधिकारी व कार्यकर्ता खडे़-खडे़ थक गए। हालांकि कुर्सियां लगाई गई थी, लेकिन ये कुछ दूरी पर थी। ऐसे में सभी परिसर के बाहरी क्षेत्र में ही मंत्री का इन्तजार करते रहे।