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यहां तस्कर नाकाबंदी तोड़ हुए फरार, पीछे भी दौड़ी पुलिस लेकिन नहीं मिली कामयाबी, फायरिंग को लेकर असमंजस

locationउदयपुरPublished: Jan 02, 2018 06:10:37 pm

Submitted by:

Mohammed illiyas

पुलिस ने किया फायरिंग से इनकार, मावली थाना क्षेत्र की वारदात

police
मावली(निप्र). मावली थाना क्षेत्र में रविवार देर रात तस्करों की दो गाडिय़ां नाकाबंदी तोडक़र फरार हो गई। पुलिस ने गाड़ी का पीछा भी किया लेकिन वह पकड़ में नहीं आई। लोगों ने पुलिस पर फायरिंग की भी जानकारी दी लेकिन पुलिस ने इससे साफ इनकार किया है। पुलिस ने रविवार रात चित्तौडगढ़-मावली मार्ग पर नाकाबंदी की थी, तभी फतहनगर की तरफ से तेज गति से आई दो लग्जरी गाडिय़ां पुलिस नाकाबंदी तोडक़र फरार हो गई। इन गाडिय़ों में संभवत: शराब या मादक पदार्थ भरा था। पुलिस ने बाद में दोनों गाडिय़ों का पीछा किया, आरोपित वहां नांदवेल चौराहे से खेमली मार्ग की तरफ मुड़ गए। आगे जाने पर रेलवे फाटक बंद मिली तो वे वापस पलटते हुए भागने लगे तभी सामने से पुलिस वाहन आने पर उनका आमना-सामना हो गया। लोगों ने यहां पर आरोपितों द्वारा फायरिंग की बात बताई है लेकिन पुलिस ने इनकार किया है। इस वारदात के बाद पुलिस ने गाडिय़ो को काफी देर ढूंढ़ा लेकिन तब तक वह फरार हो गए। सुबह तक उदयपुर , राजसमंद व चित्तौडग़ढ़ मार्ग पर नाकाबंदी की गई लेकिन गाडिय़ों का पता नहीं चला।
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मारपीट से क्षुब्ध बालिका घर छोडक़र पहुंची मंदसौर

उदयपुर . मावली की एक छह वर्षीय बालिका परिजनों की मारपीट व शारीरिक प्रताडऩा से क्षुब्ध हो घर छोडक़र ट्रेन से मंदसौर पहुंच गई। तीन माह बालिका गृह में रहने के बाद मंदसौर की बाल कल्याण समिति ने सोमवार को उसे उदयपुर की समिति के समक्ष पेश किया। समिति अध्यक्ष प्रीति जैन, सदस्य बी.के.गुप्ता, डॉ.राजकुमारी भार्गव, सुशील दशोरा एवं हरीश पालीवाल ने उसे मदर टेरेसा होम में रखवाया। साथ ही चाइल्ड लाइन के समन्वयक को निर्देश दिए कि पुलिस की मदद से बालिका के परिजनों का पता लगाकर वे उन्हें समिति के समक्ष पेश करें।
मंदसौर के चाइल्ड लाइन परामर्शदाता वंदना गौड एवं जिला बालक संरक्षण अधिकारी सौरभ पटवा ने बालिका को समिति के समक्ष रिपोर्ट सहित पेश किया। रिपोर्ट में बालिका के साथ परिजनों द्वारा मारपीट, भिक्षावृत्ति करवाना एवं शारीरिक यातनाएं देने की बात सामने आई। उसकी माता की मृत्यु हो चुकी है एवं परिवार में दो भाई, एक बहन, पिता व दादा है। सीडब्ल्यूसी का कहना है कि बालिका के परिजनों से पूछताछ के बाद पूरा खुलासा हो पाएगा।
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