तकनीकी बीड में गुजरात से जिन दो फर्मों ने हिस्सा लिया, उसमें से तय शर्तों में आने वाली एक फर्म के कामकाज को देखने के क्रम में नगर निगम की टीम सूरत के खाजोद गई थी। टीम ने वहां के कामकाज की रिपोर्ट निगम आयुक्त को दे दी है। ठोस कचरा निस्तारण प्लांट के लिए नगर निगम का जिस फर्म के साथ अनुबंध होगा, उसे बलीचा में तय अवधि के लिए जमीन दी जाएगी। साथ ही कचरे का प्रति टन के हिसाब से राशि का भुगतान होगा। प्लांट तक कचरा पहुंचाने का कार्य नगर निगम के जिम्मे होगा।
READ MORE: video: गलत आंकड़े थमाने पर निगम के अफसरों को यूं लगाई उदयपुर महापौर ने फटकार
खाजोद में दो तरह से निस्तारण
1. कम्पोस्टिंग : प्लांट पर कचरे का कम्पोस्टिंग प्रक्रिया से खाद में बदला जाता है। इसमें गीला कचरा काम में लिया जाता है।
2. आरडीएफ : सूखे कचरे से आरडीएफ बनाया जाता है जिसमें पॉलीथिन आदि शामिल होते हैं। आरडीएफ सीमेंट फैक्ट्रियों में जलाने के काम आता है।
खाजोद में दो तरह से निस्तारण
1. कम्पोस्टिंग : प्लांट पर कचरे का कम्पोस्टिंग प्रक्रिया से खाद में बदला जाता है। इसमें गीला कचरा काम में लिया जाता है।
2. आरडीएफ : सूखे कचरे से आरडीएफ बनाया जाता है जिसमें पॉलीथिन आदि शामिल होते हैं। आरडीएफ सीमेंट फैक्ट्रियों में जलाने के काम आता है।
खाजोद का प्लांट देख लिया है, अब हमारा प्रयास है कि जल्दी वित्तीय बीड खोलकर इस कार्य को पूरा किया जाए, इस महीने तक इस टेंडर की प्रकिया पूरी कर लेंगे।
सिद्धार्थ सिहाग, आयुक्त नगर निगम
सिद्धार्थ सिहाग, आयुक्त नगर निगम
READ MORE: करोड़ों के ‘सीएसआर’ में सरकार का दखल नहीं, राज्य सरकार के पास उपलब्ध नहीं ब्योरा गृहमंत्री ने किया अमृता हाट का शुभारंभ गृहमंत्री ने किया अमृता हाट का शुभारंभ उदयपुर, गृहमंत्री श्री गुलाबचंद कटारिया ने शनिवार को गांधी ग्राउण्ड पर महिला अधिकारिता विभाग की ओर से आयोजित संभाग स्तरीय अमृता हाट का फीता काट एवं दीप प्रज्वलन कर विधिवत शुभारंभ किया। इस अवसर पर जिला प्रभारी मंत्री धनसिंह रावत, उदयपुर सांसद अर्जुनलाल मीणा, जिला प्रमुख शांतिलाल मेघवाल, महापौर चन्द्र सिंह कोठारी, यूआईटी अध्यक्ष रवीन्द्र श्रीमाली सहित विभिन्न विधायक, जनप्रतिनिधि एवं अधिकारीगण मौजूद रहे। उद्घाटन पश्चात गृहमंत्री एवं अतिथियों ने हाट में लगी स्टॉल्स का अवलोकन किया। विभाग की सहायक निदेशक श्रीमती रश्मि कौशिश ने बताया कि अमृता हॉट में प्रदेश के विभिन्न जिलों से आई महिलाओं ने स्वयं सहायता समूहों द्वारा बनाए गए उत्पाद की स्टॉल्स लगाई है।