scriptस्टाफ को कूलर से ठण्डी बयार, मरीज झेल रहे गर्म हवा के थपेड़े | Staff are cooled by cooler, patient is suffering from hot air | Patrika News

स्टाफ को कूलर से ठण्डी बयार, मरीज झेल रहे गर्म हवा के थपेड़े

locationउदयपुरPublished: Apr 28, 2019 03:36:59 pm

Submitted by:

Bhuvnesh

महाराणा भूपाल हॉस्पिटल : मरीजों के लिए कूलर उपलब्ध, पर भरने का पानी नहीं

महाराणा भूपाल हॉस्पिटल : मरीजों के लिए कूलर उपलब्ध, पर भरने का पानी नहीं

महाराणा भूपाल हॉस्पिटल : मरीजों के लिए कूलर उपलब्ध, पर भरने का पानी नहीं

भुवनेश पंड्या
उदयपुर . तेज गर्मी में शरीर से बहता पसीना और बिस्तर पर लेटना दुश्वार। ऐसे में कुछ मरीज तो घर से पंखे लाकर काम चला रहे हैं, तो कुछ छत पर दूर लगे पंखे की हल्की हवा से ही संतोष करने का मजबूर हैं। यह हाल हैं महाराणा भूपाल हॉस्पिटल के, जहां वार्ड में स्टाफकर्मियों के कक्ष में लगा कूलर ठण्डी हवा फेंक रहा है वहीं मरीजों के लिए रखे गए कूलर शो-पीस बने हुए हैं। वार्ड में कूलर तो रखे हैं, लेकिन उनमें पानी नहीं है जिससे वे नाकारा पड़े हैं।
पत्रिका टीम ने जब वार्डों का दौरा किया तो मेडिसिन वार्ड 103 में स्टाफकर्मियों का कूलर ठंडी हवा फेंक रहा था, जबकि मरीजों के लिए रखे गए कूलर बेकार पड़े थे। मरीजों के परिजनों ने कहा कि कूलर जल्दी शुरू करवाओ, शायद आपकी कोई सुन लें। कमोबेश वार्ड 104 में मरीजों के लिए कोई कूलर नहीं था। वार्ड 101 में भी पंखों से काम चल रहा है।
पानी के लिए कतारें
हॉस्पिटल में जगह-जगह वाटर कूलर्स तो लगे हुए हैं, लेकिन इन कूलर्स पर कतारें लग रही है। मरीज और परिजन तेज धूप में एक-एक बोतल पानी के लिए मशक्कत कर रहे हैं।
कबाड़ में कूलर
का पहाड़
चिकित्सालय के बीचों-बीच कई पुराने कूलर बरसों से कबाड़ में पड़े हैं, जिन्हें चिकित्सालय प्रशासन बेचकर नए कूलर खरीद सकता है। साथ ही पानी का प्रबन्ध कर सकता है। हालात यह है कि लोग आते-जाते इन कबाड़ कूलर को देखकर मन मसोसते हैं, जहां इन्हें होना चाहिए वहां तो नहीं है। धूल फांक रहे हैं।
400 कूलर्स है हॉस्पिटल में
चिकित्सालय प्रशासन की दलील है कि करीब 400 कूलर्स उपलब्ध हैं। सभी वार्ड प्रभारियों को आदेश
दिए गए हैं कि वे अपने वार्ड में
कूलर्स की उपलब्धता भेज दें, ताकि उन्हें तत्काल दिया जाए। चिकित्सालय में पानी पर्याप्त है, प्रभारी को वार्ड बॉय के माध्यम से इन्हें भरवाना होता है। प्रभारी को पूरी नर रखनी होगी ताकि मरीजों को परेशानी नहीं हो।

&जल्द ही हम कबाड़ को नीलाम करने वाले हैं। आचार संहिता के कारण इसे रोका है। हमने अभी 20 कूलर्स नए खरीदे हैं। प्रत्येक वार्ड के प्रभारी को यह ध्यान रखना होगा कि वहां मरीजों को कूलर्स की सुविधा मिले। चिकित्सालय के पास कूलर्स भी पूरे हैं और पानी भी। तीन लोगों को तो केवल खराब कूलर्स ठीक करने के लिए लगा रखा है, सभी कूलर्स के लिए सामान भी खरीद लिया गया है।
डॉ लाखन पोसवाल,
अधीक्षक महाराणा भूपाल हॉस्पिटल
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