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आवारा सांड शहर की सडक़ों पर, गांवों से पकड़ रहे दुधारू मवेशी…निगम काइन हाउस का कड़वा सच

locationउदयपुरPublished: Sep 21, 2018 06:32:09 pm

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Krishna

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आवारा सांड शहर की सडक़ों पर, गांवों से पकड़ रहे दुधारू मवेशी…निगम काइन हाउस का कड़वा सच

चन्दन सिंह देवड़ा/उदयपुर .नगर निगम के काइन हाउस में गोवंश की लगातार मौतें हो रही है। निगम इस पर अंकुश लगाने के बजाय आवारा मवेशी को पकडऩे पर मिलने वाले भारी भरकम जुर्माने पर ध्यान दे रहा है। ऐसे में इस काम में लगा टीमें शहर की सडक़ों पर डेरा डाले आवारा सांडों के बजाय निगम क्षेत्र से बाहर गांवों से दुधारू गाय-भैंसों को पकड़ ला रहे हैं क्योंकि दुधारू मवेशी के मालिक जुर्माना भरकर उन्हें छुड़वाने जरूर आएंगे।निगम के कार्मिकों का सारा ध्यान जुर्माना राशि पर होने से शहर की सडक़ों के हाल बेहाल हैं। वे आवारा सांडों को पकडकऱ लाएं तो उनको कोई जुर्माना नहीं मिलेगा, उल्टे चारा-पानी का खर्च उठाना पड़ेगा। ऐसे में पर्यटन नगरी की सडक़ों पर मंडराते आवारा सांड न केवल यातायात बाधित कर रहे हैं, बल्कि राहगीरों को घायल कर रहे हैं। लोगों को सडक़ पर वाहन चलाना मुश्किल हो रहा है। गौरतलब है कि पत्रिका ने ‘काइन हाउस में 260 दिन में मर गई 206 गाय’ शीर्षक से प्रमुखता से खबर को प्रकाशित कर काइन हाउस की अव्यवस्थाओं को उजागर किया था।
बलीचा, हवाला से पकड़ लाए दुधारू मवेशी

काइन हाउस की टीम बलीचा गांव से चतुर्भुज गुर्जर की दुधारू गाय पकड़ कर ले आई। गुर्जर को चार दिन तलाश लेने पर पता चला कि उनकी गाय काइन हाउस में है। वह 6 हजार रुपए का जुर्माना भर अपनी गाय को छुड़ा कर ले गया। गुर्जर ने कहा कि उनकी गाय को पानी पीने के लिए बाहर निकाला था। ऐसा ही मामला बडग़ांव के हवाला कला गांव से सामने आया। किशनसिंह राजपूत की 5 भैंस काइन हाउस की टीम हवाला श्मशान के पास से भर कर ले आई। इनको छुड़ाने के लिए भैंस मालिक को 22 हजार 550 रुपए जुर्माना भरना पड़ा।
जुर्माना नहीं था तो बचा न सका गाय

पायड़ा निवासी राजेन्द्रङ्क्षसह की करीब 10 गायें काइन हाउस की टीम पकड़ कर ले गई। उनका कहना है कि उसके पास जुर्माना भरने के 55 हजार रुपए नहीं थे। वह बार-बार गायें छोडऩे की विनती करता रहा लेकिन किसी ने नहीं सुनी। एक के बाद उसकी सारी गायें काइन हाउस में मर गई जिसका जवाब देने वाला कोई नहीं है।
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इनका कहना…..

जुर्माना स्वायत शासन विभाग ने तय कर रखा है। उसके हिसाब से हम वसूल रहे हैं। गायों और भैंस को गांवों से पकडऩे की जानकारी नहीं है। हो सकता है कि यह निगम क्षेत्र में आ गई हो।
शशिबाला, प्रभारी काइन हाउस नगर निगम उदयपुर

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