आईसीएसआई के प्रेसिडेंट सीएस श्याम अग्रवाल ने इसे आशावादी कदम बताते हुए शुरुआत की है, ताकि आर्थिक रूप से कमजोर व मेधावी छात्रों को सशक्त बनाने की राह आसान होगी।
अजय साम्भयाल, प्रभारी, उदयपुर चैप्टर ऑफ एनआईआरसी (आईसीएआई)
अजय साम्भयाल, प्रभारी, उदयपुर चैप्टर ऑफ एनआईआरसी (आईसीएआई)
READ MORE: रोजगार सहायता शिविर : आशार्थियों के खिल उठे चेहरे डीईओ को कमजोर बच्चों ने किया नाराज उदयपुर. जिला शिक्षा अधिकारी नरेश डांगी (माध्यमिक और प्रारंभिक) ने शुक्रवार को भी दो विद्यालयों का निरीक्षण किया, बच्चों के कमजोर शैक्षणित स्तर पर उन्होंने खासी नाराजगी जताई। डांगी ने बताया कि वह राजकीय उच्च माध्यमिक विद्यालय भानसोल पहुंचे, यहां सातवी कक्षा के बच्चों को 1/16, 1/2, ़1/4 और 1/8 में से कौनसा बड़ा और कौनसा छोटा है, सवाल किया। पूरी कक्षा में से एक भी बच्चा इसका सही उत्तर नहीं बता पाया। उन्होंने इस पर गहरी नाराजगी जताई। शिक्षक योगेशकुमार सिंधी को कारण बताओ नोटिस जारी किया। इसी प्रकार राजकीय उच्च माध्यमिक विद्यालय बडिय़ार में पहुंचे। यहां सातवीं कक्षा के विद्यार्थियों को चाल और गति सहित विज्ञान विषय के कई सवाल किए। अधिकांश बच्चों ने इसके उत्तर दे दिए। डीईओ डांगी ने संतुष्टि जताई, लेकिन जैसे ही वो छठी कक्षा में पहुंचे तो उन्हें हैरत हुई जब एक छात्रा स्कूल का नाम सहीं नहीं लिख पाई। हिन्दी की गई गलतियों को लेकर उन्होंने नाराजगी जताई, शिक्षिका कान्ता जैन को नोटिस देकर जवाब मांगा।