scriptअब प्रोफेसर बनाएंगे वीडियो, ‘स्वयंप्रभा’ के जरिए चैनल पर देखेंगे विद्यार्थी | Students will now see Professor on video through Swayam-Prabha | Patrika News

अब प्रोफेसर बनाएंगे वीडियो, ‘स्वयंप्रभा’ के जरिए चैनल पर देखेंगे विद्यार्थी

locationउदयपुरPublished: Nov 01, 2017 05:32:13 pm

Submitted by:

Bhagwati Teli

सुविवि में बनेगा रिकॉर्डिंग रूम…

swayamprabha
उदयपुर . मानव संसाधन विकास मंत्रालय शिक्षा को डिजिटल करने पर विशेष जोर दे रहा है। मंत्रालय अब समस्त विश्वविद्यालयों के प्रोफेसर्स की विशेषज्ञता को टीवी चैनल्स के माध्यम से विद्यार्थियों को रूबरू करवा रहा है। इसके तहत विश्वविद्यालयों को उनके प्रोफेसर्स से विशेषज्ञता अनुसार स्वयंप्रभा में भागीदारी निभाने को कहा गया है। इसमें प्रोफेसर्स विभिन्न पाठ्यक्रमों पर वीडियो तैयार करेंगे। जिसे विश्वविद्यालय नोडल बॉडी को भेजेगा। डिजिटलाइजेशन बोर्ड के कन्वीनर प्रो. जी सोरल ने बताया प्रोफेसर्स के वीडियो बनाने को लेकर सुविवि में रिकॉर्डिंग रूम बनाना प्रस्तावित है। जिससे प्रोफेसर्स को वीडियो बनाने में सहायता मिल सके। साथ ही बोर्ड की ओर से स्वयंप्रभा एप्लीकेशन को लेकर विद्यार्थियों को जागरूक किया जाएगा। ताकि विद्यार्थी मोबाइल के माध्यम से जब व जहां चाहे वीडियो व लाइव चैनल्स देख सके।
विद्यार्थियों को यह होगा फायदा
अब तक विद्यार्थियों की शिक्षा उनके विश्वविद्यालय व कॉलेज तक ही सीमित थी। लेकिन स्वयंप्रभा के जरिए वह अन्य विश्वविद्यालय के प्रोफेसर्स से भी सिखेंगे। इससे विद्यार्थी को उस पाठ्यक्रम के संबंध में ज्यादा जानकारी हासिल हो सकेगी। विवि के प्रोफेसर्स की विशेषज्ञता से विद्यार्थियों को फायदा मिलेगा। टीवी माध्यम होने पर वह बेहतर सीख पाएगा। साथ ही लाइफटाइम लर्नर भी इसका फायदा ले सकेंगे।
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देशभर के विश्वविद्यालयों से जुडेंगे
प्रोफेसर्स अपने कार्यरत विवि के अलावा व अन्य विश्वविद्यालयों में लेक्चर के लिए जाते हैं। स्वयंप्रभा के जरिए वे देशभर के विद्यार्थियों से जुड़ पाएंगे। इससे प्रोफेसर्स को उनकी विशेषज्ञता दिखाने का मौका मिलेगा। टीवी चैनल्स पर आने से उनकी पहचान बनेगी। वीडियो को लेकर प्रोत्साहन राशि भी मिलेगी।
यह है स्वयंप्रभा
स्वयंप्रभा उच्च गुणवत्ता वाले शैक्षिक कार्यक्रमों के प्रसारण के लिए समर्पित 32 डीटीएच चैनलों का एक समूह है। जहां हर रोज कम से कम 4 घंटे के लिए नई सामग्री दिन में 5 बार दोहराई जाएगी। जिससे छात्रों को उनकी सुविधा का समय चुनने की इजाजत मिलेगी। चैनल बीआईएसएजी, गांधीनगर से अपलिंक हुए हैं। यह डीडी डायरेक्ट सहित अन्य डीटीएच प्लेटफॉर्म पर उपलब्ध है।
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