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मिलावट के संदेह में 280 किग्रा मावा पकड़ा

locationउदयपुरPublished: Oct 09, 2019 11:00:42 pm

Submitted by:

Bhuvnesh

त्योहारी सीजन की पहली कारवाई- गुटखों के भी लिए नमूने

मिलावट के संदेह में 280 किग्रा मावा पकड़ा

मिलावट के संदेह में 280 किग्रा मावा पकड़ा

भुवनेश पण्ड्या

उदयपुर. मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी के नेतृत्व में दल ने सीजन की पहली कार्रवाई करते हुए बुधवार को मिलावट के संदेह में 280 किलोग्राम मावा पकड़ा। मावे के नमूनों की जांच तक इसकी बिक्री नहीं करने के लिए व्यापारी को पाबंद किया गया। सीएमएचओ डॉ. दिनेश खराड़ी ने बताया कि टीम को सूचना मिली थी कि धौलपुर से बड़ी मात्रा में मावा उदयपुर आ रहा है। इस पर वे (सीएमएचओ), खाद्य सुरक्षा अधिकारी आनन्द चौधरी व टीम मौके पर छापा मारने पहुंची। भोपालवाड़ी स्थित लक्ष्मी मावा दुकान पर धौलपुर से आए 280 किलो मावे के नमूने लिए तथा कृष्णा कम्पनी के हलवे के नमूने लिए। लक्ष्मी मावा के दुकानदार को पाबन्द किया कि जांच रिपोर्ट आने तक मावे की बिक्री नहीं कर इसे सुरक्षित रखा जाए। इसके बाद टीम ने नारायण मावे की दुकान पर कार्रवाई की। यहां बीकानेर से आए मावे के नमूने लिए।
पिछले वर्ष लिए थे पनीर के नमूने, पनीर में तेल और फेट कम

मावा मिलावट पैकेज…
गत वर्ष मयूर डेयरी देहलीगेट व देव डेयरी प्रोडक्ट मादड़ी से पनीर के नमूने लिए गए थे। ये दोनों नमूने सब स्टेडर्ड श्रेणी के पाए गए। न्याय निर्णय अधिकारी, एडीएम (प्रशासन) ने इन पर जुर्माना लगाया था। इन पनीर के नमूनों में एक में तेल की मिलावट पाई गई थी तो दूसरे में फेट कम मिला था। इसे लेकर मयूर डेयरी पर 40 हजार रुपए और देव डेयरी पर 20 हजार रुपए जुर्माना लगाया गया।
पिछले चार वर्षों के हाल

वर्ष- निरीक्षण किए प्रकरण- जांच में लिए नमूने- सब स्टैडर्ड प्रकरण-मिस ब्रांड- अनसेफ

2016- 812 -133 -12 -09 -02

2017- 425- 127- -18 -04 – 00
2018- 205- 111- – 13 – 04- -00
2019- 151- 116- – 00 -07- 02
कुल 1493- 487- 46- 24- 04

वर्ष- न्याय निर्णय अधिकारी के समक्ष मामले-निर्णय- जुर्माना

2016- 21- 18- 3लाख 10 हजार

2017- 19- 18- 1 लाख 4 हजार
2018- 14- 05- 1 लाख 45 हजार

2019- 02- 01- 20 हजार

कुल – 56- 09- 5 लाख 65 हजार

लगाया था जुर्माना
जिन मामलों में मिलावट पाई गई हैं, उन मामलों में न्याय निर्णय अधिकारी ने फैसले सुनाकर जुर्माना लगाया है। पिछले वर्षों में यहां अनसेफ मामले बेहद कम मिले हैं।
अनिल भारद्वाज, खाद्य सुरक्षा अधिकारी, उदयपुर

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