सर्वेक्षण के पार्ट-1 में सर्विस लेवल प्रोग्रेस में 1400 नंबर थे। इसमें इन निकायों में 50 प्रतिशत से कम अंक मिले। इस चेप्टर में जो नंबर दिए गए, वे निकायों के साल भर के दस्तावेजों के संधारण पर निर्भर थे। रिकार्ड का संधारण बेहतर नहीं करने, समय पर नहीं करने या व्यवस्थित नहीं करने पर अच्छे नंबर नहीं मिले। इसमें डीपीआर, लॉगबुक, गत वर्ष किए कार्यों के रिकार्ड सहित कई तरह के दस्तावेज शामिल थे।
651 झालावाड़ 182
240 निम्बाहेड़ा 286.61
153 प्रतापगढ़ 246
790 बांसवाड़ा 44
126 डूंगरपुर 359
106 अजमेर 526
85 उदयपुर 564
इस चेप्टर में कुल 1400 नंबर थे, जिसमें मुख्यमंत्री के निर्वाचन क्षेत्र झालावाड़ को 182 और स्वच्छता सर्वेक्षण की कमान संभाल रहे यूडीएच मंत्री श्रीचंद कृपलानी के क्षेत्र निम्बाहेड़ा को 286 नंबर ही मिले। इसी प्रकार मंत्री नंदलाल मीणा का प्रतापगढ़, मंत्री धनसिंह रावत का बांसवाड़ा क्षेत्र भी इस चेप्टर में पिछड़े हैं। इसी प्रकार मंत्री नंदलाल मीणा का प्रतापगढ़, मंत्री धनसिंह रावत का बांसवाड़ा क्षेत्र भी इस चेप्टर में पिछड़े हैं।