इस सरकारी विद्यालय को देख कर यकीन नहीं कर पाएंगे, एक शिक्षक के रंग लाए प्रयास
यशवन्त पटेल/भाणदा. खेरवाड़ा उपखण्ड के ग्राम पंचायत महुवाल के राजस्व गांव भाटडिया के राजकीय उच्च प्राथमिक विद्यालय के शिक्षक भद्रेश तीरगर ने भामाशाहों के सहयोग से विद्यालय की तस्वीर ही बदल डाली है। वहां आने वाला हर व्यक्ति विद्यालय व व्यवस्थाओं को देख कर प्रसन्न हो जाता है।
विद्यालय के शिक्षक ने दिसम्बर 2017 में विद्यालय में नव नियुक्त हुए तो तब नामाकंन 97 था पर दो वर्ष विद्यालय का नामांकन बढकर 168 है। शिक्षक स्वयं अनाथ एवं गरीब बच्चों की मदद करता है। उनके लिए पेन, पेंसिल, नोट बुक,विद्यालय गणवेश, हेयर कटिंग, इत्यादि अपने जेब से खर्च कर विद्यालय के बच्चों को सहयोग करता है। साथ ही ’’एक्टिविटी बेस लर्निंग’’ द्वारा शिक्षण करवाया जाता। जिसमे बालक का खेल- खेल में मानसिक, शारीरिक, बौद्धिक एवं सामाजिक बुद्धि का विकास होता है।
भामाशाहों के सहयोग से विद्यालयों को मिला सामान – विद्यालस के शिक्षक तीरगर ने विद्यालय में कई प्रकार का सामान की व्यव्स्था करवाई है जिसका लाभ बच्चों को मिल सके। शिक्षक द्वारा स्वच्छ पनघट, 9 चेयर, 4 बड़े टेबल, 2 सीलिंग फेन, 7मी.मखमली टेबल,क्लॉथ, कक्षा- कक्षों में विधुत कनेक्शन, खेल मैदान समतलीकरण, मजबूत परकोटा, बड़ी जाजम, छत पर चाइना मोजिक टाइल्स, किचन सेट, म्यूजिक सिस्टम सहित विद्यालय का रंग रोगन करवा कर दिवारों पर सुलेख लिखवाये गये हैंं।
बच्चों के मानसिक विकास के लिये आयेाजित होती है प्रतियोगिता –
शैक्षिक के साथ – साथ सहशैक्षिक गतिविधियों को भी करवाया जाता है जिससे बालकों का मानसिक विकास हो सके। समय समय पर बाल सभा, शनिवारीय कार्यक्रम में कई प्रतियोगिताए करवाई जाती है। जैसे क्विज कॉम्पीटिशन,ड्राइंग, चार्ट मेकिंग, दौड़, चेयर रेस, स्पून रेस, मेहंदी, रंगोली, सुलेख,नृत्य, संगीत, – स्पेलिंग कॉम्पीटिशन करवाए जाते हैंं।
महुवाल सरपंच कमला देवी परमार द्वारा विद्यालय में विकास के कई काम करवाये है जिसमें – 2 बड़े शौचालय, 6 पेेशाबघर, मार्बल वर्क, प्रवेश गेट, 1बड़ी अलमारी दान भी दी गई है।