मौसम विज्ञानी प्रो. नरपतसिंह राठौड़ के अनुसार, पिछले दो दिनों से तापमान बढऩे का कारण मानसून का सातवें दौर के समाप्त होना है, जिससे हवा में नमी की कमी तथा आकाश साफ होने से हुआ है। वैसे इन दिनों तापमान बढ़ता है तो फ सलों में दाना पकता है, जो फसल उत्पादन के लिए अच्छा है। वहीं, मानसून की बात करें तो इस वर्ष दक्षिणी मानसून 24 जून से सक्रिय हुआ जो अभी तक जारी है। उदयपुर सहित मेवाड़-वागड़ में सामान्य स्थिति में मानसून के कम से कम 6 से 8 दौर आते हैं। इस वर्ष अभी तक मानसून के सात दौर हो चुके हैं। दक्षिणी राजस्थान में मानसून सितंबर के अन्तिम सप्ताह तक सक्रिय रहता है। अभी भी एक और आठवां हल्का दौर अगले 24 से 48 घण्टों में हल्की खण्ड तथा खण्ड वर्षा के रूप में सक्रिय होने की उम्मीद बनी है।
बदलेगा हवाओं का रुख
प्रो. राठौड़ बताते हैं कि बीते दो दिनों से बंगाल की खाड़ी में कम वायुदाब के बनने तथा उसके उत्तर पश्चिम में बढऩे से अभी मानसून पुन: मध्यप्रदेश तथा झारखण्ड सहित दक्षिण भारत में सक्रिय हुआ है। इसका विशेष रूप से मेवाड़-वागड़ पर असर पड़ेगा, जिससे कही-कहीं हल्की वर्षा हो सकती है। अक्टूबर के पहले सप्ताह से मानसून की विदाई हो जाएगी और हवाओं का रूख उत्तर पश्चिम से दक्षिण पूर्व हो जाएगा।
प्रो. राठौड़ बताते हैं कि बीते दो दिनों से बंगाल की खाड़ी में कम वायुदाब के बनने तथा उसके उत्तर पश्चिम में बढऩे से अभी मानसून पुन: मध्यप्रदेश तथा झारखण्ड सहित दक्षिण भारत में सक्रिय हुआ है। इसका विशेष रूप से मेवाड़-वागड़ पर असर पड़ेगा, जिससे कही-कहीं हल्की वर्षा हो सकती है। अक्टूबर के पहले सप्ताह से मानसून की विदाई हो जाएगी और हवाओं का रूख उत्तर पश्चिम से दक्षिण पूर्व हो जाएगा।
ये है बीते 10 दिन का अधिकतम तापमान तारीख — अधिकतम तापमान
22 सितंबर — 32.2 डिग्री 21 सितंबर — 33.2 डिग्री
20 सितंबर — 33.2 डिग्री 19 सितंबर — 33.4 डिग्री
18 सितंबर — 33.4 डिग्री
17 सितंबर — 34.4 डिग्री
16 सितंबर — 34.6 डिग्री 15 सितंबर — 34.2 डिग्री
14 सितंबर — 33.8 डिग्री 13 सितंबर — 34.0 डिग्री
16 सितंबर — 34.6 डिग्री 15 सितंबर — 34.2 डिग्री
14 सितंबर — 33.8 डिग्री 13 सितंबर — 34.0 डिग्री