Thakurji-Tulsi Vivah News : ठाकुर जी रो ब्याह है, सबने आणो है...
ठाकुरजी-तुलसी विवाह : गढ़बोर से लेकर मालवा तक बंटा निमंत्रण
उदयपुर
Updated: April 20, 2022 06:10:09 pm
ठाकुरजी विवाह को लेकर उदयपुर जिले के मेनार में भव्य तैयारी जारी है। गुरुवार को मेनार से शालीग्रामजी की बारात तुलसी संग ब्याह रचाने चोरवड़ी जाएगी। इस पूर्व को लेकर मेनार में विविध आयोजन का सिलसिला जारी है।
ग्रामीणों में उत्सव का माहौल है। विवाह को लेकर ठाकुरजी मंदिर को दुल्हन की तरह सजाया गया है। शिखर मंदिर परिसर में भव्य रोशनी की गई। ठाकुरजी के भव्य विवाह समारोह को लेकर मेनार के ग्रामीणों द्वारा चारभुजा नाथ गढ़बोर से लेकर मालवा तक के 100 से अधिक गांवों को आमंत्रण दिया गया है।
विवाह को लेकर बुधवार को कस्बे के अम्बा माता पंचायती नोहरे में ठाकुर जी के विवाह के उपलक्ष्य में गोमारणी का आयोजन हुआ जिसमें हजारों की तादाद में ग्रामीण मेहमान शामिल हुए। बुधवार को महाप्रसाद भोग के लिए नोहरे में मिठाइयां बनाई जा रही हैं। इससे पूर्व मंदिर परिसर में ठाकुर जी के हल्दी की रस्म महिलाओं द्वारा आयोजित की गई।
तुलसीजी के पडला में स्वर्ण आभूषण लाए
ग्रामीण ठाकुरजी तुलसीजी के विवाह ठीक उसी तरह से एक कर रहे हैं जिस तरह बेटा-बेटी के विवाह के दौरान होता है। महिलाओं द्वारा मेवाड़ी ङ्क्षहदू परंपरा के तहत सभी रस्मों को निभाया जा रहा है। तुलसीजी के पडला में शृंगार हेतु स्वर्ण और रजत आभूषण सहित तमाम सामग्री लाई गई है। वहीं ठाकुरजी के शृंगार के लिए श्रीनाथजी नाथद्वारा से विशेष पोशाक सहित शृंगार सामग्री मंगवाई गई है। ठाकुर जी की बारात गुरुवार को दोपहर 1 बजे मेनार से रवाना होगी। बारात के लिए विशेष बग्गी तैयार की गई है। वहीं बुधवार को गोमारणी का आयोजन होगा। रात 8 बजे से ठाकुरजी की ङ्क्षबदौली निकाली जाएगी।
नानी बाई रो मायरा कथा का समापन
3 दिवसीय कथा का समापन भी हुआ। कथा वाचक पूजा मेनारिया ने कथा वाचन करते हुए कहा कि भगवान भक्तों के वश में होते हैं, उन्हें सच्चे मन से याद करने पर जरूर आते हैं। उन्होंने भक्त नरसी की पुत्री नानी बाई के विवाह का वृतांत सुनाते हुए कहा कि भगवान ने स्वयं नानी बाई का ऐसा मायरा भरा कि देखने वाले दंग रह गए।
मंदिर के प्रथम जीर्णोद्धार पर भजन संध्या
मेनार. कस्बे के भैरुनाथ मंदिर के प्रथम जीर्णोद्धार के अवसर पर पंडितों के सानिध्य में विधि विधान से शांति पाठ और हवन का आयोजन हुआ।
दियावत परिवार द्वारा सामूहिक रात्रि जागरण हुआ, वहीं रात्रि 2 बजे से पांच पंडितों के सानिध्य में वैदिक मंत्रोच्चार के साथ नवचंडी हवन शुरू हुआ, जिसमें सम्पूर्ण आहुतियां दी गई, फिर सवा 8 बजे हवन की पूर्णाहुति हुई। इस कार्यक्रम को लेकर युवाओं द्वारा पूरे मंदिर की साफ सफाई कर फूलों एवं दूधिया रोशनियों से मंदिर को सजाया गया। एक शाम भेरुनाथजी के नाम भजन संध्या का आयोजन हुआ, जिसमे दिनेश चौबीसा, सोनिका मेनारिया एन्ड पार्टी द्वारा भजनों की प्रस्तुतियां दी गईं।

ठाकुर जी रो ब्याह है, सबने आणो है...
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