यह था मामला
1 नवम्बर को उपली सिगरी थाना फलासिया निवासी प्रार्थी जीवा पुत्र साजु भगोरा ने रिपोर्ट देकर बताया कि 31 अक्टूबर को उसका पुत्र थावर चंद घर से गांव फलासिया में दीपावली की खरीदारी करने गया। जहां से वह उसके मामा शान्ति लाल पुत्र थावरा भगोरा निवासी भामटी के यहां गया। फिर शाम को उसके पुत्र थावर चंद ने पोते संजय के फोन पर फोन किया और कहा कि मुझे भामटी शांतिलाल के घर पर लेने आ। जिस पर उसका पोता व अन्य मेरे परिवार के दो सदस्य आम्बा घाटी पर पहुंचे। तभी देखा कि वहां पर कुछ लोग थावर चंद के साथ मारपीट कर रहे थे। उनके पास चाकू भी थे। जिससे उन्होंने थावर चंद पर वार किए। अजित और राजेंद्र के चिल्लाने पर सभी थावर चंद को मृत अवस्था में छोड़कर भाग गए।